स्वामी विवेकानंद (swami Vivekananda) जी ने प्राचीन भारत से लेकर वर्तमान समय तक युवाओं को हमेशा प्रेरित किया है। वे आज भले ही दुनिया को अलविदा कह चुके हैं लेकिन उनके विचार आज भी युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। विवेकानंद जी युवाओं के लिए हमेशा आदर्श थे, रहे हैं और हमेशा रहेंगे।
आज उनकी जन्म जयंती पर पढ़ें स्वामी विवेकानंद जी द्वारा युवाओं को दी गई सीख से संबंधित 5 बातें...
1. बिना डर के जिए- विवेकानंद के अनुसार हर इंसान की एक बार मृत्यु होगी। इसलिए मेरा जन्म सिर्फ बड़ा काम करने के लिए हुआ है। इसलिए बिना किसी डर के, किसी कायरता के अपने काम में लगे रहें।
2. स्वार्थी नहीं सेवक बनें- जी हां, प्रेम जिंदगी व स्वार्थ मृत्यु है। इसलिए उन्हें सेवा करने की चाहत हैं वे अपने सारे स्वार्थ, गम, नाम और यश की चाहतों की पोटली बनाकर समुद्र में फेंक दें। निस्वार्थ होने से धर्म की परख होती है।
3. खुद को कमजोर न समझे- अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए कभी भी खुद के बारे में ऐसा नहीं सोचे मैं कमजोर हूं, परेशान हूं, पापी हूं, दुखी हूं। हमेशा शेर बनकर जिएं। आत्मविश्वास अपने आप आएगा।
4. उम्मीद न छोड़े- कभी उम्मीद नहीं छोड़े। जब तक वह कार्य पूरा नहीं हो जाता इसमें लगे रहे। विवेकानंद कहते हैं हमेशा मुस्कुराते रहे। यह आपको देव उपासना की तुलना में भगवान के ज्यादा करीब ले जाएंगा।
5. खुद पर विश्वास करो- आत्मविश्वास सफलता का सबसे बड़ा स्रोत है। स्वामी विवेकानंद जी हमेशा से युवाओं को कहते रहे हमेशा खुद पर विश्वास करें। उन्होंने हमेशा युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और खुद पर भरोसा करने के लिए कहते हैं।