आपके जीवन का रुख बदल देंगे आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद के ये 20 अनमोल विचार.

Webdunia
श्री रामकृष्ण परमहंस के शिष्य स्वामी विवेकानंद एक ऐसे संत थे जिनका रोम-रोम राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत था। राष्ट्र के दीन-हीनजनों की सेवा को ही वे ईश्वर की सच्ची पूजा मानते थे।
 
इस युवा संन्यासी ने निजी मुक्ति को जीवन का लक्ष्य नहीं बनाया था, बल्कि करोड़ों देशवासियों के उत्थान को ही अपना जीवन-लक्ष्य बनाया। स्वामी विवेकानंद ने जितने युवाओं के हृदय को झंकृत किया, शायद उतना किसी और ने किया हो।

यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं स्वामी जी के ऐसे 20 अनमोल विचार, यदि आप उन पर अमल करते हैं तो ये वचन आपकी जिंदगी बदलकर रख देंगे।
 
1. ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हमी हैं, जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है।
 
2. उठो मेरे शेरों, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो, तुम तत्व नहीं हो, न ही शरीर हो, तत्व तुम्हारा सेवक है, तुम तत्व के सेवक नहीं हों।
 
3. उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक कि लक्ष्य न प्राप्त हो जाए।
 
4. जिस तरह से विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न धाराएं अपना जल समुद्र में मिला देती हैं, उसी प्रकार मनुष्य द्वारा चुना हर मार्ग चाहे वह अच्छा हो या बुरा, भगवान तक जाता है।
 
5. किसी की निंदा न करें। अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो जरूर बढ़ाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते हैं, तो अपने हाथ जोड़िए, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिए और उन्हें उनके मार्ग पर जाने दीजिए।
 
6. कभी मत सोचिए कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है। ऐसा सोचना सबसे बड़ा विधर्म है। अगर कोई पाप है, तो वो यही है; ये कहना कि 'तुम निर्बल हो या अन्य निर्बल हैं।
 
7. अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करे, तो इसका कुछ मूल्य है अन्यथा ये सिर्फ बुराई का एक ढेर है और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाए, उतना बेहतर है।
 
8. जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए, नहीं तो लोगों का विश्वास उठ जाता है।
 
9. उस व्यक्ति ने अमरत्व प्राप्त कर लिया है, जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता।
 
10. हम वो हैं, जो हमें हमारी सोच ने बनाया है इसलिए इस बात का ध्यान रखिए कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं, विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं।
 
11. जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।
 
12. सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।
 
13. विश्व एक व्यायामशाला है, जहां हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।
 
14. जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए, आप यकीन कर सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर सफर कर रहे हैं।
 
15. यह जीवन अल्पकालीन है, संसार की विलासिता क्षणिक है, लेकिन जो दुसरों के लिए जीते हैं, वे वास्तव में जीते हैं।
 
16. एक शब्द में यह आदर्श है कि 'तुम परमात्मा हो।'
 
17. भगवान की एक परम प्रिय के रूप में पूजा की जानी चाहिए, इस या अगले जीवन की सभी चीजों से बढ़कर।
 
18. यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढ़ाया और अभ्यास कराया गया होता, तो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दु:ख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता।
 
19. बाहरी स्वभाव केवल अंदरुनी स्वभाव का बड़ा रूप है।
 
20. हम जितना ज्यादा बाहर जाएं और दूसरों का भला करें, हमारा हृदय उतना ही शुद्ध होगा और परमात्मा उसमें बसेंगे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

इन 4 कारणों से रात में आते हैं बुरे सपने, कहीं आप तो नहीं इन समस्याओं का शिकार

सुबह के नाश्ते में शामिल होने चाहिए ये 5 पोषक तत्व, दिनभर रहेंगे एनर्जेटिक

कोरियन ग्लास स्किन के लिए क्या लहसुन खाना फायदेमंद है? जानें ग्लास स्किन की सचाई

सुबह होता है चिड़चिड़ापन महसूस तो हो सकती है मॉर्निंग एंग्जायटी, जानिए इसके कारण

छाछ में मिलाकर पिएं चिया सीड्स, सेहत को मिलेंगे 5 जबरदस्त फायदे

02 अप्रैल: विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस, जानें इतिहास, लक्षण और 2024 की थीम

जन भावना को समझ कर काम करने से हो रहा विस्तार

Sheetala Mata ke Bhog : शीतला अष्टमी पर बनाएं ये खास 8 रेसिपीज

Kamal Kakdi Benefits: कमल ककड़ी खाने के 7 बेहतरीन फायदे जानें

नहाने के पानी में बर्फ डालने से शरीर को मिलते हैं ये 10 फायदे

अगला लेख