कभी कभी क्रिकेट के मैदान पर इतिहास दोहरा दिया जाता है। टी-20 विश्वकप 2021 में दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका का मैच साल 2007 में खेले गए वनडे विश्वकप की याद ताजा कर गया।
इस मैच में लसिथ मलिंगा ने दक्षिण अफ्रीका के 4 गेंदो पर 4 विकेट लिए थे लेकिन फिर भी मैच दक्षिण अफ्रीका जीतने में कामयाब हुई थी। आज ऐसे ही हसरंगा की हैट्रिक पर डेविड मिलर ने पानी फेर दिया और 4 विकेट से मैच जीतकर अपनी टीम को जिंदा रखा।
डेविड मिलर ने आखिरी ओवर में अपने आक्रामक तेवरों का शानदार नजारा पेश करके लगातार दो छक्के लगाये जिससे दक्षिण अफ्रीका ने शनिवार को यहां श्रीलंका पर चार विकेट की अप्रत्याशित जीत दर्ज करके टी20 विश्व कप में अपनी उम्मीदें कायम रखी।
दक्षिण अफ्रीका को 143 रन के लक्ष्य के सामने आखिरी दो ओवरों में 25 रन चाहिए थे। वह कैगिसो रबाडा (सात गेंदों पर नाबाद 13) थे जिन्होंने दुशमंत चमीरा पर छक्का जड़कर उम्मीद जगायी। जब टीम आखिरी ओवर में लक्ष्य से 15 रन दूर थी ऐसे में मिलर (13 गेंदों पर नाबाद 23) ने लाहिरू कुमारा पर लगातार दो छक्के लगाये जबकि रबाडा ने विजयी चौका लगाकर स्कोर 19.5 ओवर में छह विकेट पर 146 रन पर पहुंचाया।
उसकी इस जीत में कप्तान तेम्बा बावुमा (46 गेंदों पर 46) की सधी हुई पारी तथा तबरेज शम्सी (17 रन देकर तीन) और ड्वेन प्रिटोरियस (तीन ओवर में 17 रन देकर) की शानदार गेंदबाजी का भी अहम योगदान रहा।दक्षिण अफ्रीका ने इस जीत से श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज पथुम निसांका की उत्कृष्ट अर्धशतकीय पारी और लेग स्पिनर वानिंदु हसरंगा (20 रन देकर तीन) की हैट्रिक पर भी पानी फेर दिया।
सुपर 12 के ग्रुप एक के इस मैच में पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किये श्रीलंका के केवल तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिनमें निसांका ने 58 गेंदों पर 72 रन बनाये। इसके बावजूद उसकी टीम 20 ओवर में 142 रन पर आउट हो गयी।
दक्षिण अफ्रीका के इस जीत से तीन मैचों में चार अंक हो गये हैं जबकि श्रीलंका के इतने मैचों में दो अंक हैं।दक्षिण अफ्रीका को शारजाह की धीमी पिच पर रन बनाने के लिये संघर्ष करना पड़ा और ऐसे में चमीरा ने चौथे ओवर में दोनों सलामी बल्लेबाजों रीजा हेंड्रिक्स (11) और नस्लवाद के खिलाफ समर्थन में घुटने के बल बैठने से इन्कार करने के कारण पिछले मैच में नहीं खेलने वाले क्विंटन डिकॉक (12) को तीन गेंद के अंदर पवेलियन भेज दिया।
पावरप्ले के छह ओवरों में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर दो विकेट पर 40 रन था और इसके बाद रॉसी वान डर डुसेन (11 गेंदों पर 16) कप्तान बावुमा की गलती के कारण रन आउट हो गये।
बावुमा क्रीज पर थे लेकिन उन्होंने स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया और 30वीं गेंद का सामना करते हुए अपना पहला चौका लगाया। उन्होंने एडेन मार्कराम (19) के साथ चौथे विकेट के लिये 47 रन जोड़े। लेग स्पिनर वानिंदु हसरंगा ने मार्कराम को कम उछाल वाली गेंद पर बोल्ड करके यह साझेदारी तोड़ी।
दक्षिण अफ्रीका को आखिरी चार ओवरों में 41 रन की दरकार थी लेकिन रन बनाना आसान नहीं था। ऐसे में बावुमा ने मिडविकेट पर छक्का लगाकर उम्मीद जगायी लेकिन हसरंगा के अगले ओवर की पहली गेंद पर निसांका ने कॉउ कार्नर पर उनका कैच कर दिया। हसरंगा ने प्रिटोरियस को लांग ऑन पर कैच कराकर अपनी हैट्रिक पूरी की।
हसरंगा टी20 विश्व कप में हैट्रिक पूरी करने वाले तीसरे गेंदबाज हैं। उनसे पहले आस्ट्रेलिया के ब्रेट ली (2007) और नीदरलैंड के कर्टिस कैंपर (2021) ने यह कारनामा किया था। मिलर और रबाडा ने हालांकि हसरंगा के प्रयासों पर पानी फेर दिया।
इससे पहले निसांका ने धीमी पिच पर अपने फुटवर्क का अच्छा इस्तेमाल किया तथा 19वें ओवर में आउट होने से पहले तेज और स्पिन गेंदबाजों के सामने सहजता से रन बटोरे। उनके अलावा चरित असलंका (14 गेंदों पर 21) और कप्तान दासुन शनाका (11) ही दोहरे अंक में पहुंचे।
टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे श्रीलंका को उसके सलामी बल्लेबाज फिर से अच्छी शुरुआत नहीं दिला पाये। चौथे ओवर में गेंदबाजी के लिये आये एनरिच नोर्किया (27 रन देकर दो) ने अनुभवी कुसाल परेरा (सात) का मिडिल स्टंप उखाड़कर श्रीलंका को पहला झटका दिया।
दूसरे सलामी बल्लेबाज निसांका हालांकि अधिक प्रतिबद्ध दिखे जबकि श्रीलंकाई बल्लेबाजी की नयी सनसनी असलंका ने सकारात्मक शुरुआत की। उनके नोर्किया पर लगाये गये दो चौके और केशव महाराज पर लगाया गया छक्का दर्शनीय था। असलंका के रन आउट होने के बाद शम्सी ने गेंद संभाली जिनके सामने श्रीलंका का मध्यक्रम लड़खड़ा गया।
शम्सी ने अपने बेहतरीन स्पैल की शुरुआत भानुका राजपक्षे (शून्य) के विकेट से किया जिन्होंने फ्लाइट लेती गेंद पर गेंदबाज को वापस कैच थमाया। इसके बाद उन्होंने अविष्का फर्नांडो (तीन) का अपनी ही गेंद पर कैच लिया और फिर वानिंदु हसरंगा (चार) को लांग ऑन पर आसान कैच देने के लिये मजबूर किया।
निसांका ने इस बीच दूसरा छोर संभाले रखा। उन्होंने महाराज पर दो छक्के लगाकर उनका गेंदबाजी विश्लेषण बिगाड़ा तथा 46 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन कप्तान शनाका लंबा शॉट खेलने के प्रयास में गेंद हवा में लहरा गये।
निसांका ने कैगिसो रबाडा पर छक्का और दो चौके लगाकर अपना कौशल दिखाया लेकिन शनाका को आउट करने वाले प्रिटोरियस ने अगले ओवर में दो विकेट हासिल किये। इनमें निसांका का विकेट भी शामिल था जिन्होंने धीमी गेंद पर सीमा रेखा पर कैच थमाया।