अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ खुलकर अफगानी नागरिकों ने बगावत कर दी है। पूरे देश में अफगान लोग राष्ट्रीय ध्वज लेकर सड़कों पर उतर आए है। अब्दुल हक चौराहे पर लोगों ने अफगानिस्तान का झंडा फिर फहरा दिया है। सड़क पर अफगानी झंडे को चूमते हुए महिलाएं देखी जा रही है। देश के विभिन्न भागों में अब तालिबान के विरोध में आवाज उठाने लगी हैं। तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन अफगानिस्तान के कई शहरों तक फैल गए हैं। लोगों का सबसे अधिक विरोध अब काबुल में देखा जाने लगा है।
वहीं अफगानी झंडा लहराने के बाद तालिबान का असली चेहरा भी सामने आ गया है। तालिबान ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। खबरों के मुताबिक कुनार प्रांत के असदाबाद में तालिबानियों ने विरोध कर रहे कुछ लोगों पर गोलीबारी की है, जिसमें कुछ लोगों की मौत हो गई है। गौरतलब है कि तालिबान ने अफगानिस्तान को शरीया कानून के अनुसार चलाने का एलान किया है जिसके बाद अब वहां के लोगों ने खुलकर बगावत कर दी है।
दूसरी ओर काबुल में फंसे भारतीयों को निकालने का काम तेजी से चल रहा है। काबुल से निकाले गए 150 भारतीयों को दोहा लाया गया है और अब दोहा से भारत लाया जाएगा। उधर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि हम हमेशा याद रखें कि कोविड के बारे में जो सच है, वही आतंकवाद के बारे में और भी सच है। हममें से कोई भी तब तक सुरक्षित नहीं है, जब तक कि हम सभी सुरक्षित न हों।