काबुल। अफगानिस्तान के उत्तर पूर्व इलाके में स्थित पहाड़ों से घीरे पंजशीर प्रांत में अहमद मसूद के नेतृत्व वाले प्रतिरोध बलों एवं तालिबान समूह के बीच संघर्ष और तेज हो गया है। इसमें कथित तौर पर इस्लामिक समूह के लोग बड़ी संख्या में हताहत हुए हैं। पंजशीर इकलौता ऐसा प्रांत है जिसपर तालिबान कब्जा नहीं कर सका है। नार्दर्न अलायंस ने दावा किया है कि उसने तालिबान 350 आतंकियों को ढेर कर दिया है।
दिवंगत अफगान नेता अहमद शाह मसूद के बेटे मसूद, जो पंजशीर में कई हजार मजबूत प्रतिरोध बल का नेतृत्व कर रहे हैं, ने तालिबान के सामने झुकने से इनकार कर दिया है। उन्होंने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि अपमान भरे जीवन से बेहतर मौत है। इससे पहले मंगलवार को उन्होंने कहा कि वह तालिबान के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, मैं तालिबान को नहीं पहचानता और मैं उनके सामने आत्मसमर्पण नहीं करूंगा।
इस बीच तालिबान नेता अमीर खान मोत्ताकी ने एक ऑडियो टेप में कहा कि पंजशीर फ्रंट के साथ वार्ता विफल हो गई है और तालिबान बलों ने प्रांत को घेर लिया है। पंजशीर के प्रतिरोध मोर्चा नेताओं ने तालिबान के दावे को साफ खारिज कर दिया। नेताओं ने कहा, दुश्मनों के प्रचार पर विश्वास मत करो! पंजशीर में छह पक्षों के सभी हमलों का एनआरएफ (राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा) द्वारा सफलतापूर्वक बचाव किया गया है।
तालिबान के हताहत इतने विनाशकारी हैं कि वे उन सभी शवों को नहीं ले जा सकते जो प्रांत के सीमावर्ती इलाकों में पड़े हैं। पंजशीर के एक प्रतिरोध बल के नेता ने कहा, उनके पास आधुनिक हथियार हैं लेकिन दिमाग से बेवकूफ हैं।
अफगान मीडिया के मुताबिक अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह, जो मसूद के साथ सेना में शामिल हो गए हैं, ने तालिबान से कहा है, मुट्ठीभर निरक्षरों के साथ अफगानिस्तान पर शासन करना संभव नहीं है। अहमद मसूद के प्रतिरोध बलों के प्रवक्ता फहीम दश्ती ने एक ऑडियो टेप में कहा कि तालिबान पंजशीर में एक किलोमीटर भी आगे नहीं बढ़ा है।
प्रतिरोध बलों ने ट्वीट किया कि सबसे ऊपर। दुश्मन की प्रतीक्षा में। हमारी बंदूकें और हमारे सैनिक पंजशीर घाटी में प्रवेश करने की हिम्मत करने वाले का शिकार करने के लिए तैयार हैं। प्रतिरोध समर्थक सोशल मीडिया अकाउंट्स के अनुसार, पिछले 24 घंटों में तालिबान के खिलाफ लड़ाई में कम से कम 6 प्रतिरोध लड़ाके मारे गए। तालिबान कथित तौर पर गुलबहार दर्रा मार्ग से पंजशीर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रतिरोध बलों ने उन्हें पहाड़ों की चोटी से हमला किया जिससे भारी संख्या में तालिबान हताहत हुए।(एजेंसियां)