महेंद्रसिंह धोनी के नेतृत्व में 2007 में पहला ट्वेंटी-20 विश् व क प भारतीय टीम ने जीता था। इस बार भी धोनी की टीम मजबूत है। विशेषज्ञ कहते हैं कि ट्वेंटी-20 विश्वकप में आईपीएल में खेलने का सबसे ज्यादा फायदा भारतीय खिलाड़ियों को मिलेगा। भारतीय खिलाड़ी क्रिकेट के इस शार्ट फॉर्म में रच-बस गए हैं।
Girish Srivastava
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आरपीसिंह, इरफान पठान जैसे गेंदबाजों ने पिछले ट्वेंटी-20 विश्वकप में जबरदस्त प्रदर्शन किया था और इस बार भी ये दोनों गेंदबाज लय में नजर आ रहे हैं। जहीर खान, हरभजनसिंह जैसे गेंदबाज अपने अनुभव के दम पर मैच पलटने की क्षमता रखते हैं। ईशांत शर्मा, प्रज्ञान ओझा और रवींद्र जड़ेजा जैसे युवा खिलाड़ी भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेताब हैं।
भारतीय के पास युवराजसिंह, सुरेश रैना, रोहित शर्मा और यूसूफ पठान जैसे उपयोगी खिलाड़ी हैं, जो बल्लेबाजी में तो कमाल करते ही हैं साथ ही पिछले कुछ समय से गेंदबाजी में भी झंडे गाड़ रहे हैं। इसके अलावा ये चारों ही जबरदस्त क्षेत्ररक्षक हैं। आईपीएल के दौरान इन चारों खिलाड़ियों ने अपने हरफनमौला प्रदर्शन से प्रभावित किया।
बल्लेबाजी में भारतीय टीम गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, युवराजसिंह, महेंद्रसिंह धोनी, रोहित शर्मा, यूसुफ पठान पर निर्भर है। इन सातों खिलाड़ियों में से गौतम गंभीर को छोड़कर सभी ऑलराउंडर हैं। ये खिलाड़ी कभी भी मैच का रुख बदल सकते हैं।
भारतीय टीम- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), वीरेंद्र सहवाग (उप कप्तान), गौतम गंभीर, सुरेश रैना, युवराज सिंह, रोहित शर्मा, यूसुफ पठान, जहीर खान, इरफान पठान, आर.पी. सिंह, ईशांत शर्मा, प्रवीण कुमार, हरभजन सिंह, रवींद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा।