कुछ लोगों को सदैव सुर्खियों में रहने का शौक होता है। इसके लिए वे किसी भी हद तक गिर सकते हैं इसका उत्कृष्ट व जीवंत उदाहरण राखी सावंत है, जो पॉपुलैरिटी पाने के लिए किसी भी हद तक गिर सकती हैं। छोटे पर्दे के रिएलिटी शो की क्वीन मानी जाने वाली राखी अभिनय, ढोंग, अंग प्रदर्शन हर चीज में सुपर्ब है।
यही कारण है कि जिस शो में राखी सावंत होती है, उस शो की टीआरपी व शो से जुड़े विवादों में अविस्मरणीय ढंग से जबरदस्त उछाल आता है। यही कारण है कि राखी के स्वयंवर नामक रिएलिटी शो की शुरुआती टीआरपी अन्य रिएलिटी शो 'इस जंगल से मुझे बचाओ', 'सच का सामना' और 'खतरों के खिलाड़ी लेवल 2' आदि से अधिक थी।
जो लड़की अब तक अपनी जिंदगी में एक अच्छी दोस्त, एक अच्छी बेटी या एक अच्छी मंगेतर नहीं बन पाई, वो ड्रामा क्वीन अब एक अच्छी माँ का खिताब पाने की होड़ में शामिल है। हाल ही में राखी सावंत एनडीटीवी इमेजिन के एक ओर रिएलिटी शो 'पति, पत्नी और वो' में एक नकली माँ के किरदार में अवतरित हुई है।
राखी और इलेश बने माँ-बाप : छोटे पर्दे के बहुचर्चित रिएलिटी शो 'राखी के स्वयंवर' में राखी के चंगुल में फँसने वाले विदेशी बाबू इलेश परूजनवाला भी अब उदयमान सेलिब्रिटी बन चुके हैं। हालाँकि पल-पल रंग बदलती राखी के कारण राखी का यह भावी मंगेतर केवल नाम का मंगेतर ही बनकर रह गया परंतु इस शो के माध्यम से इलेश की भी चल निकली।
इस तरह के नौटंकी से भरपूर रिएलिटी शो तभी बंद होंगे, जब इनके दर्शक यानी आप और हम मिलकर आवाज उठाएँगे क्योंकि आज इनके खिलाफ आवाज उठाने वाले केवल इक्का-दुक्का संस्थाएँ हैं परंतु इन्हें देखकर इनकी टीआरपी बढ़ाने में भागीदार हजारों लाखों लोग हैं।
भले ही रिएलिटी शो के बाद राखी ने मीडिया के सामने इलेश से शादी ना करने की बात को दबे स्वर में स्वीकार किया परंतु इतने पर भी इस आइटम गर्ल के साथ लिव इन रिलेशनशिप का लुत्फ इलेश जरूर उठा रहे हैं।
यही कारण है कि 'पति, पत्नी और वो' नामक रिएलिटी शो में पाँच सेलिब्रिटी जोड़ियों में एक राखी और इलेश भी है। इस शो के अधिकांश सेलिब्रिटी रीयल लाइफ में भी पति-पत्नी हैं परंतु जोड़ियों की इस सजी-सजाई भेल पर चटखारे लेने के लिए राखी और इलेश का प्रयोग चाट मसाले की तरह बखूबी किया गया है।
मासूम बच्चे बने शो का खिलौना : यह रिएलिटी शो भी अन्य रिएलिटी शो की भाँति पूरी तरह से विदेशी चैनलों के रिएलिटी शो की नकल है, जिसमें अक्ल लगाते हुए केवल इंडियन सेलिब्रिटीज को चुना गया है। 'पति, पत्नी और वो' ब्रिटेन के बहुचर्चित रिएलिटी शो 'द बेबी बोरोअर्स' का हिंदी संस्करण है।
जिसमें 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की परवरिश का दायित्व पाँच सेलिब्रिटी जोड़ियों (राखी सावंत-इलेश परूजनवाला, शिल्पा सकलानी-अपूर्व अग्निहोत्री, जूही परमार-सचिन श्राफ, मॉनी रॉय-गौरव चौपड़ा, गुरमीत चौधरी-देबिना मुखर्जी) को दिया गया है।
ये सेलिब्रिटीज इस शो में इन बच्चों के अभिभावकों की भूमिका में नजर आएँगे, जिन्हें दिन-रात इन बच्चों के साथ रहकर उनके खानपान से लेकर उनकी साफ-सफाई व देखभाल संबंधी सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है।
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जिन बच्चों को इस उम्र में अपने माँ-बाप का प्यार और दुलार चाहिए, उन्हें रिएलिटी शो का कलाकार बनाकर आखिर ये टीवी चैनल वाले क्या साबित करना चाह रहे हैं, यह हमारी समझ से बिल्कुल परे है। क्या यह उस विदेशी कल्चर की भारत में आगमन की दस्तक की पूर्व सूचना तो नहीं है, जिसमें माँ-बाप और बच्चों के बीच एक औपचारिकता का नाता होता है, प्यार व जिम्मेदारियों का नहीं?
राखी और माँ के किरदार में ! : अंग प्रदर्शन, ड्रामा व गाली-गलौच संबंधी खबरों में अव्वल नंबर हासिल कर सदैव सुर्खियों में रहने वाली राखी का यह नया रूप हम सभी के लिए चौंका देने वाला है। साथ ही इस तरह की सेक्सी माँ को पाकर उस बालक की स्थिति का अंदाजा हम बखूबी लगा सकते हैं, जिसकी परवरिश का दारोमदार राखी और इलेश को दिया गया है।
छोटे पर्दे राखी के इस वर्चुअल माँ के किरदार को हम सभी बखूबी भाँप सकते हैं। आखिर ऐसी नकली माँ से उस बच्चे को क्या संस्कार मिलेंगे, जो स्वयं संस्कारहीन हो।
विवादों के घेरे में फँसा रिएलिटी शो : ' सच का सामना', 'मुझे इस जंगल से बचाओ' आदि की तरह यह रिएलिटी शो भी विवादों के घेरे में फँस गया है। इस शो के प्रतिभागी बच्चों के माँ-बाप के लिए भले ही यह शो भारी रकम कमाने का एक जरिया बन चुका है परंतु मासूम बच्चों पर अत्याचार की श्रेणी में आने वाला यह शो राष्ट्रीय बाल आयोग को नागवार गुजरा है।
राष्ट्रीय बाल आयोग व महिला बाल विकास मंत्रालय ने इस एनडीटीवी इमेजिन को जल्द ही इस शो के प्रसारण को बंद किए जाने के निर्देश दिए हैं क्योंकि आयोग के मुताबिक छोटे बच्चों को 24 घंटे से अधिक समय तक उनके माँ-बाप से दूर रखना बच्चों पर अत्याचार किए जाने की श्रेणी में आता है।
दिल्ली के एक गैर सरकारी संगठन उदय फाउंडेशन का कहना है कि लंबे समय तक बच्चों को माँ-बाप से दूर रखने से उनमें समस्याएँ पैदा हो सकती हैं। वहीं बाल आयोग ने सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी से शो को बंद करने और चैनल के खिलाफ कार्रवाई करने की माँग की है।
यह शो बंद होना चाहिए : इस तरह के नौटंकी से भरपूर रिएलिटी शो तभी बंद होंगे, जब इनके दर्शक यानी आप और हम मिलकर आवाज उठाएँगे क्योंकि आज इनके खिलाफ आवाज उठाने वाले केवल इक्का-दुक्का संस्थाएँ हैं परंतु इन्हें देखकर इनकी टीआरपी बढ़ाने में भागीदार हजारों लाखों लोग हैं।
यदि एक के बाद एक इस तरह के रिएलिटी शो बेरोकटोक प्रसारित होते रहेंगे तो जल्दी ही अपनी संस्कृति व संस्कारों की दुहाई देने वाला हमारा देश टूटते रिश्तों की अर्थी पर लिव इन रिलेशनशिप नामक पुष्प की श्रद्धांजलि देता नजर आएगा।