उस दिन तेनाली के दरबार में आने पर राजा ने उससे कहा, 'तेनाली, मैंने सुना है कि तुम्हारे पास पारस है। तुमने लोहे को सोने में बदलकर बहुत धन इकट्ठा कर लिया है।'
तेनाली बुद्धिमान तो था ही, सो वह तुरंत समझ गया कि किसी ने राजा को उसके विरुद्ध झूठी कहानी सुनाकर उसे फंसाने की कोशिश की है इसलिए वह राजा को प्रसन्न करते हुए बोला, 'जी महाराज, यह सत्य है। मैंने ऐसी कला सीख ली है और इससे काफी सोना भी बनाया है।'
' तब तुम अपनी कला का प्रदर्शन अभी इसी समय दरबार में करो ।’
' महाराज! मैं अभी ऐसा नहीं कर सकता। इसके लिए मुझे कुछ समय लगेगा। कल सुबह मैं आपको लोहे को सोने में परिवर्तित करने की कला दिखाऊंगा।'