मरने के पहले जिहादी जॉन ने साथी को गिफ्ट की अपनी 'सेक्स स्लेव'

Webdunia
गुरुवार, 21 जनवरी 2016 (18:45 IST)
आतंकी संगठन इस्‍लामिक स्‍टेट ने जिहादी जॉन के मारे जाने की पुष्टि करते हुए उसके एक शर्मनाक कृत्य की जमकर तारीफ की है। आईएस ने उसका नाम अबू मुहारिब अल मुजाहिर बताते हुए लिखा कि, उसकी मां यमन की रहने वाली थी। बचपन में वह परिवार के साथ लंदन चला गया। 




आईएसआईएस ने जॉन के लिए प्रसारित किए शोक संदेश में उसकी तारीफ करते हुए कहा कि, वह सम्‍मान योग्‍य भाई था। ISIS ने खास तौर पर कहा कि वो एक महान जिहादी था जिसने अपनी सेक्‍स स्‍लेव को एक अन्‍य घायल जिहादी को गिफ्ट में दे दिया।

 
उल्लेखनीय है कि 'जिहादी जॉन' पश्चिमी देशों के बंधकों के सिर कलम करते हुए वीडियो में दिखाई देता था। उसका असली नाम मोहम्‍मद एमवाजी था। अपनी मैगजीन दाबिक में जॉन के लिए आईएस ने लिखा कि वह सीरिया के रक्‍का शहर में नवंबर में ड्रोन हमले में मारा गया। 12 नवंबर को जब वह कार से जा रहा था इस दौरान ड्रोन ने उसे निशाना बनाया। जॉन के शोक संदेश में दावा किया गया कि कुवैत के लिए आते समय ब्रिटिश गुप्‍तचर एजेंसी एफआई5 ने उससे पूछताछ की। लेकिन मासूम बनते हुए उसने खुद को बचा लिया। वह गुप्‍तचर एजेंसियों के साथ ऐसे ही पेश आया करता था। 
 
गौरतलब है कि जिहादी जॉन सबसे पहले अमेरिकन पत्रकार जॉन फोले की हत्‍या के वीडियो में नजर आया था। इसके बाद उसने अमेरिकी पत्रकार स्‍टीवन सॉटलॉफ, ब्रिटिश बंधक डेवि‍ड हेन्‍स, एलन हेनिंग और अमेरिकी बंधक पीटर केसिग की हत्‍या की। 

बांग्लादेश के झूठ की खुली पोल, हिन्दुओं पर हुए 2200 हमले

MPPSC छात्रों का आंदोलन जारी

जया बच्चन का तंज, भाजपा सांसद सारंगी, राजपूत, कोन्याक को ‘अभिनय’ के लिए मिले पुरस्कार

मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान टला बड़ा हादसा

सिंधिया के करीबी गोविंद राजपूत पर भूपेंद्र सिंह का हमला

LIVE: महाराष्ट्र में विभागों का बंटवारा, CM फडणवीस के पास गृह समेत ये विभाग, जानिए शिंदे और अजित पवार को क्या मिला

कर्नाटक के BJP नेता रवि का दावा, बोले- मेरी जान को खतरा, सरकार को सुरक्षा देनी चाहिए

PM मोदी ने की महाभारत और रामायण का अरबी में अनुवाद करने वाले कुवैत के 2 नागरिकों से मुलाकात

स्विगी, जोमैटो, पॉपकॉर्न पर GST, क्या बोली वित्तमंत्री सीतारमण

विश्व ध्यान दिवस पर श्रीश्री रविशंकर ने दुनिया को दिया बड़ा मंत्र, UN के मंच पर भारत ने रचा इतिहास