लगभग आधे जम्मू, कश्मीर और लद्दाख पर आज भी पाकिस्तान का कब्जा है। भारत के इस उत्तरी राज्य के 3 क्षेत्र हैं- जम्मू, कश्मीर और लद्दाख। दुर्भाग्य से भारतीय राजनेताओं ने इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति समझे बगैर इसे एक राज्य घोषित कर दिया, क्योंकि ये तीनों ही क्षेत्र एक ही राजा के अधीन थे। राज्य को घोषित किए जाने के बाद इसका नाम जम्मू और कश्मीर रखा जिसमें लद्दाख को जम्मू का ही हिस्सा माना गया था। परंतु अगस्त 2019 में भारत सरकार ने धारा 370 बहुमत से हटा दी और लद्दाख को एक केंद्र शासित अलग राज्य घोषित करने के बाद जम्मू और कश्मीर को दूसरा राज्य बनाया। लेकिन जम्मू और कश्मीर में कई तरह और समानताएं हैं।
जम्मू और कश्मीर में अंतर :
1. जम्मू को डुग्गर प्रदेश कहा जाता है जबकि कश्मीर को पंडित प्रदेश। कुछ लोगों का मानना है कि जम्मू और कश्मीर को एक राज्य मानना गलत है, क्योंकि दोनों ही भुगोल, भाषा और संस्कृति में बहुत अंतर है।
2. जम्मू एक गर्म इलाका है जबकि कश्मीर बेहद ही ठंठा इलाका है। इसीलिए सर्दियों के मौसम में गर्म होने के कारण जम्मू राज्य की शीतकालीन राजधानी है। दूसरी ओर, कश्मीर घाटी राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी है। भोगोलिक दृष्टि से दोनों ही क्षेत्र में बहुत अंतर है। एक ओर अधिकतम टेप्रेचर 24 डीग्री रहता है जबकि जम्मू में 40 के पार चला जाता है।
3. जम्मू संभाग का क्षेत्रफल पीर पंजाल की पहाड़ी रेंज में खत्म हो जाता है। इस पहाड़ी के दूसरी ओर कश्मीर है। बनिहाल पर्वत इन दोनों को दो भागों में बांटता है।
4. जम्मू एक पहाड़ी इलाका है जहां तवा नदी बहती है, जबकि कश्मीर के चारों ओर पहाड़ी है और जिसके बीच में कश्मीर उपर से देखने पर खाई में नज़र आता है इसीलिए इसे घाटी कहते हैं। अधिकांश राज्य पर्वत, नदियों और झीलों से ढका हुआ है
5. जम्मू एक हिन्दु बहुल क्षेत्र है जबकि वर्तमान में पंडितों के पलायन के बाद कश्मीर एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र बन गया है।
6. जम्मू की डोगरा परंपरा और संस्कृति कश्मीरी संस्कृति से बहुत अलग है। डोगरा संस्कृति पर पंजाब और हिमाचल का प्रभाव है। डोगरा हिन्दू के बाद गुर्जर हिन्दू सबसे बड़ा समूह है जबकि कश्मीर में पंडितों की अलग ही संस्कृति है। हालांकि इस्लाम के आने के बाद वहां की संस्कृति में बदलाव देखने को मिलता है।
7. जम्मू में डोगरी भाषा मुख्य रूप से बोली जाती है जबकि कश्मीर में कश्मीरी भाषा। इसके अलावा दोनों ही क्षेत्रों में हिन्दी, ऊर्दू, लद्दाखी, बाल्टी, पहाड़ी, पंजाबी, गुजरी और ददरी भी बोली जाती है।
समानताएं :
1. जम्मू और कश्मीर में मूल रूप से राजपूत, गुर्जर, ब्राह्मण पंडित, जाट और खत्री समूह के लोग रहते हैं, जो हिन्दू भी हैं और मुसलमान भी। यानी आज जो मुस्लिम रह रहे हैं वे कभी हिन्दू थे। दोनों ही क्षेत्र के लोगों के पूर्वज एक ही हैं।
2. जम्मू और कश्मीर की भाषा और संस्कृति में बहुत समानताएं हैं। सभी भाषाएं आर्य भाषा ददरी के ही अंग है। जम्मू और कश्मीर के जनजातीय समुदाय में बहुत समानाएं हैं। जैसे उनकी भाषा, संस्कृति और खानपान आदि।
3. दोनों ही प्रदेश हिमालय के प्रदेश माने जाते हैं।