टोक्यो: शीर्ष वरीयता प्राप्त और विश्व में नंबर एक अमित पंघाल (52 किग्रा) उन चार भारतीय मुक्केबाजों में शामिल हैं जिन्हें ओलंपिक के पहले दौर में बाइ मिली है। ओलंपिक में मुक्केबाजी के ड्रा गुरुवार को जारी किये गये।
भारत के नौ मुक्केबाज इस बार ओलंपिक में अपनी चुनौती पेश कर रहे हैं। रियो ओलंपिक में कोई भी भारतीय मुक्केबाज पदक नहीं जीत पाया था लेकिन इस बार उनसे पदकों की उम्मीद की जा रही है।
पंघाल 31 जुलाई को प्री क्वार्टर फाइनल में रिंग में उतरेंगे। उनका मुकाबला बोत्सवाना के मोहम्मद रजब ओतुकिले और कोलंबिया के हर्नी रिवास मार्टिनेज के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा।
महिला वर्ग में छह बार की विश्व चैंपियन एम सी मैरीकॉम (51 किग्रा) का मुकाबला 25 जुलाई को डोमिनिका की मिगुलिना हर्नानडेज से होगा। अपने दूसरे ओलंपिक पदक की कवायद में लगी मैरीकॉम अगले दौर में कोलंबिया की तीसरी वरीयता प्राप्त लोरेना विक्टोरिया वेलेंसिया का सामना कर सकती हैं।
एशियाई खेलों के पूर्व कांस्य पदक विजेता सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) को भी पहले दौर में बाइ मिली है। वह ओलंपिक में भाग लेने वाले भारत के पहले सुपर हैवीवेट मुक्केबाज हैं।
वह प्री क्वार्टर फाइनल में जमैका के रिकार्डो ब्राउन से भिड़ेंगे और उनसे जीतने पर उनका सामना उज्बेकिस्तान के शीर्ष वरीयता प्राप्त बखादिर जालोलोव से हो सकता है। जालोलोव मौजूदा विश्व चैंपियन और तीन बार के एशियाई चैंपियन हैं।
आशीष चौधरी (75 किग्रा) पहले दौर में चीन के इरबीके तोहेता का सामना करेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता मनीष कौशिक (63 किग्रा) ब्रिटेन के यूरोपीय रजत पदक विजेता ल्यूक मैककोरमाक से भिड़ेंगे।
इसमें जीत पर अंतिम -16 में उन्हें क्यूबा के एंडी क्रूज की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा जो मौजूदा विश्व चैंपियन हैं।
एक अन्य भारतीय विकास कृष्ण (69 किग्रा) पहले दौर में जापान के मेनसाह ओकाजावा से मुकाबला करेंगे और इसमें जीत पर उन्हें क्यूबा के तीसरी वरीयता प्राप्त रोनील इग्लेसियास से भिड़ना होगा। इग्लेसियास 2012 के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और पूर्व विश्व चैंपियन हैं।
महिलाओं के वर्ग में पूजा रानी (75 किग्रा) अपने पहले मुकाबले में अल्जीरिया की इचराक चैब का सामना करेगी और आगे बढ़ने पर उनके सामने चीन की दूसरी वरीयता प्राप्त ली क्वीयान होगी जो कि 2018 की विश्व चैंपियन हैं।
लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) को पहले दौर में बाइ मिली है और उन्हें अगले दौर में जर्मनी की नादिन अपेत्ज का सामना करना है।
सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) को भी बाइ मिली है। प्री क्वार्टर फाइनल में वह थाईलैंड की सदापोर्न सीसोनदी के खिलाफ रिंग में उतरेंगी।
भारतीय जुडोका सुशीला देवी का पहले दौर में पूर्व ओलंपिक पदक विजेता से मुकाबला
भारतीय जुडोका सुशीला देवी लिकमबम को टोक्यो ओलंपिक खेलों में मुश्किल ड्रा मिला है और उन्हें शनिवार को यहां पहले दौर में ही लंदन ओलंपिक 2012 की कांस्य पदक विजेता हंगरी की इवा सेरनोविस्की का सामना करना होगा।
यह 26 वर्षीय खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक में जूडो में भारत की एकमात्र खिलाड़ी हैं और यदि वह पहली बाधा पार कर लेती हैं तो उन्हें अगले दौर में स्थानीय खिलाड़ी फुना तोनाकी से भिड़ना होगा जो 2017 की विश्व चैंपियन हैं।
सुशीला 48 किग्रा भार वर्ग में अपनी चुनौती पेश करेगी। उन्होंने महाद्वीपीय कोटा के जरिये पहली बार ओलंपिक में जगह बनायी है। सुशीला 48 किग्रा भार वर्ग में अपनी चुनौती पेश करेगी। उन्होंने महाद्वीपीय कोटा के जरिये पहली बार ओलंपिक में जगह बनायी है।(भाषा)