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मैरी कॉम का एक और सनसनीखेज आरोप, 'परेशान करने के लिए मैच से 5 मिनट पहले बदलवाई जर्सी '

हमें फॉलो करें मैरी कॉम का एक और सनसनीखेज आरोप, 'परेशान करने के लिए मैच से 5 मिनट पहले बदलवाई जर्सी '
, शनिवार, 31 जुलाई 2021 (13:36 IST)
टोक्यो: ओलंपिक में कुछ भारतीय मुक्केबाजों की जर्सी पर उनका नाम और देश का नाम ना होने पर विवाद हुआ, जिसमें दिग्गज एमसी मैरी कॉम ने भी आरोप लगाया था कि आयोजकों से उचित स्पष्टीकरण के बिना उनके अंतिम -16 मुकाबले से कुछ मिनट पहले जर्सी बदलने पर मजबूर कर दिया था। मैरीकॉम गुरुवार को और फिर लवलीना बोरगोहेन शुक्रवार को जब रिंग में उतरीं तो उनकी पोशाक के पीछे ना तो उनका नाम था ना ही देश का नाम।
 
गौरतलब है कि 51 किग्रा वर्ग प्री क्वार्टरफाइनल में एम सी मैरीकॉम रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इंग्रिट वालेंसिया से 2-3 से हार गई थी। 
 
प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में अपने मुकाबले को 2-3 से गंवाने के बाद मैरीकॉम ने पीटीआई-भाषा से कहा था कि यह थोड़ा परेशान करने वाला था कि उन्होंने मुझे बाउट से ठीक पांच मिनट पहले जर्सी बदलने के लिए कहा। उस समय दरअसल मेरे नाम की घोषणा हो चुकी थी।
 
मैरीकॉम ने लगाया परेशान करने का आरोप
 
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि मुझे परेशान करने के लिए यह जानबूझकर की गई कार्रवाई थी। मैंने पहले राउंड के मैच को इसी तरह के कपड़े में जीत दर्ज की थी। वहां भी मेरा नाम मैरीकॉम और भारत लिखा था। भारतीय मुक्केबाजी के हाई परफार्मेंस निदेशक सैंटियागो नीएवा के साथ बातचीत और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के नियमों को देखने के बाद इस विवाद की जड़ के बारे में पता चला। नीएवा ने कहा कि मुक्केबाजों को अपने उपनाम या दिए गए नाम को पोशाक पर इस्तेमाल करने की अनुमति है। ऐसे में अगर उनकी जर्सी पर कॉम होता, तो कोई समस्या नहीं होती या सिर्फ मांगटे भी ठीक था।
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लवलीना ने लिए मंगाई गई नई जर्सी 
 
उन्होंने कहा कि उन्‍हें मैरीकॉम लिखे कपड़े को पहनने की इजाजत नहीं थी। लवलीना के साथ भी ऐसा ही हुआ। उनके कपड़े पर भी पूरे नाम की जगह बोरगोहेन होना चाहिए था। नीएवा ने कहा कि इसमें कोई बड़ी समस्या नहीं है। हमने लवलीना के लिए नई जर्सी मंगाई है। वह सेमीफाइनल में उसे ही पहनेगी। मैरीकॉम की शिकायत यह थी कि उन्हें बिना कारण बताये ही मुकाबले से ठीक पहले जर्सी को बदलने पर मजबूर किया गया। नीएवा ने कहा कि यह टीम के तौर पर यह बड़ा मुद्दा नहीं हैं।
 
उन्होंने कहा कि देखिये, जब तक आपको रिंग में उतरने से रोका नहीं जा रहा है तब तक कोई समस्या नहीं है। ड्रेस को लेकर आईओसी के नियम कहते हैं कि ‘एथलीट का नाम (पारिवारिक नाम) ड्रेस के पीछे (पीठ पर) लिखा जा सकता है’ और राष्ट्रीय ध्वज या राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के प्रतीक को ‘जर्सी, शॉर्ट्स और स्कर्ट पर तय जगह पर इस्तेमाल की अनुमति है।
 
निर्णय की भी आलोचना करी थी
मैरी कॉम ने प्री क्वार्टरफाइनल में ‘खराब फैसलों’ के लिये अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के मुक्केबाजी कार्यबल को जिम्मेदार ठहराया जिसमें तीन में से दो राउंड जीतने के बावजूद उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
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मैरीकॉम ने कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से प्री क्वार्टर फाइनल में हार के बाद टोक्यो से पीटीआई से फोन पर साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं नहीं जानती और इस फैसले को नहीं समझ सकती, कार्यबल के साथ क्या गड़बड़ है? आईओसी के साथ क्या गड़बड़ है? ’(भाषा)

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