नहीं घटेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, बजट में इस तरह हुआ धोखा...

Webdunia
शुक्रवार, 2 फ़रवरी 2018 (09:56 IST)
नई दिल्ली। अरुण जेटली का बजट भाषण सुन रहे लोगों में उस समय खुशी की लहर दौड़ गई जब उन्होंने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती और 6 रुपये के अतिरिक्त उत्पाद शुल्क हटाने का ऐलान किया। हालांकि उनकी खुशी उस समय काफुर हो गई जब उन्हें पता चला कि जितनी ड्यूटी घटाई थी उतना ही सेस बढ़ा दिया गया है। 
 
पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे दामों के बीच सरकार से नए बजट में इस पर उत्पाद शुल्क घटाने की उम्मीद की जा रही थी। जेटली ने आठ रुपए कम भी कर दिए लेकिन इस कटौती की भरपाई सड़क एवं बुनियादी ढांचा उपकर लगाकर कर दी। इससे पेट्रोल, डीजल के भाव पहले जैसे ही रहे। इस पूरी कवायद से आम जनता को कोई लाभ नहीं मिला।
 
पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने के पीछे वित्त मंत्री अरुण जेटली की मंशा आम लोगों को राहत देने की नहीं थी। हां, इससे राज्यों को जरूर नुकसान हुआ।  पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क से जुटाया गया पैसा राज्यों में भी बांटना पड़ता है, लेकिन सेस की पूरी रकम केंद्र सरकार ही रखेगी।
 
केंद्रीय वित्त सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि सेस से जो पैसा आएगा उसका इस्तेमाल नए हाईवे और सड़कों को बनाने और उसके रखरखाव पर किया जाएगा। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

डिम्पल यादव बोलीं, BJP अगर लोकसभा चुनाव जीती तो भारत 15 साल पीछे चला जाएगा

मणिपुर हिंसा के 1 साल बाद कितने बदले हालात, कौन जगा रहा है उम्मीद की किरण?

कल्पना सोरेन बोलीं, अन्याय के खिलाफ लड़ाई में अपने योद्धा पति के नक्शेकदम पर चलूंगी

भगवाधारी हुए ओवैसी, पुजारी ने गले में भगवा डाला तो हाथ जोड़कर मुस्‍कुरा दिए, वीडियो वायरल

पंजाब में 3 बड़े मुद्दे तय करेंगे राजनीति का रुख, आखिर कौनसी पार्टी दिखाएगी दम

Paytm को लगा बड़ा झटका, COO और प्रेसीडेंट भावेश गुप्ता ने दिया इस्तीफा

Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एयरफोर्स के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला, 1 जवान शहीद

मणिपुर हिंसा के 1 साल बाद कितने बदले हालात, कौन जगा रहा है उम्मीद की किरण?

NOTA के समर्थन में फोन कर रहे लोग, BJP ने जो किया, अक्षय बम के मैदान छोड़ने पर क्या बोलीं सुमित्रा महाजन

Prajwal Revanna के पिता SIT की हिरासत में, कोर्ट ने खारिज की थी अग्रिम जमानत याचिका

अगला लेख