Budget 2021: कोई बुरी खबर नहीं, वित्तीय घाटे को भूलकर खर्च पर फोकस

प्रकाश बियाणी
सोमवार, 1 फ़रवरी 2021 (14:56 IST)
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बजट 2021-22 में कोई बुरी खबर नहीं है। दरअसल, वित्तीय घाटे को भूलकर खर्च पर फोकस किया गया है। हालांकि इसके लिए सरकारी संपदाओं की बिक्री की जाएगी और विदेशी निवेश पर निर्भरता रहेगी। सरकार ने आयकर स्लैब में भी कोई बदलाव नहीं किया है। आइए जानते हैं बजट को प्रमुख बिंदुओं में...
ALSO READ: सीतारमण ने टैबलेट से पढ़ा बजट भाषण
*आयकर छूट में कोई बदलाव नहीं।
* 75 से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजन आयकर रिटर्न दाखिल नहीं करेंगे।
* सस्ते मकान पर ब्याज छूट 1 साल और।
* मोबाइल फोन महंगे होंगे।
* पेट्रोल पर प्रति लीटर 2.50 रुपए और डीजल पर 4 रुपए कृषि सेस, पर उपभोक्ता पर बोझ नहीं।
* स्टार्टअप्स को 1 साल और टैक्स हॉलीडे।
* बैंकों को 20 हजार करोड़ रुपए।
* बेड बैंक की घोषणा से बैंकों की बैलेंस शीट्स पर एनपीए का असर नहीं।
* विनिवेश पर निर्भरता 1.75 लाख करोड़ रुपए लक्ष्य, रेल, पोर्ट, पाइपलाइंस और 2 सरकारी बैंकों को बेचने की घोषणा।
* भारतीय जीवन बीमा निगम का जन निर्गम।
* रेलवे को 1.1 लाख करोड़ रुपए।
* कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपए।
* बीमा सेक्टर में विदेश निवेश सीमा 49 से 74 फीसदी।
* उज्जवला गैस योजना में 1 करोड़ परिवार और शामिल।
* कृषि सेक्टर को 1.72 लाख करोड़ रुपए।
* लद्दाख में सेंट्रल यूनिवर्सिटी।
* 100 नए सैनिक स्कूल।
* रुरल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 40 हजार करोड़ रुपए।
* अर्बन जल जीवन के लिए 5 साल में 2.86 लाख करोड़ रुपए।
* 17 नए हेल्थ इमरजेंसी सेंटर।
* 20 साल पुराने वाहनों की स्वैच्छिक स्क्रेपिंग योजना।
* डिजिटल पेमेंट पर 1500 करोड़ रुपए इंसेंटिव।
* आयकर के पुराने मामलों का फॉलोअप नहीं।
* 34.5 लाख करोड़ रुपए खर्च, 12 लाख करोड़ रुपए का कर्ज, वित्तीय घाटा 6.8 फीसदी।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Aadhaar Card से जुड़ी ऐसी जानकारी जो आपको शायद ही पता हो

राजस्थान : SDM को तमाचा जड़ने वाला निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा गिरफ्‍तार, भीड़ के हमले में 2 मीडियाकर्मी घायल, कैमरा जलाया

Manipur Violence : मणिपुर में हिंसा पर केंद्र सरकार ने संभाला मोर्चा, जिरीबाम समेत 6 क्षेत्रों में फिर लगा AFSPA

छात्रों के आगे झुकी UPPSC, अब एक दिन एक शिफ्ट में होगी एग्जाम

Maharashtra Elections: भाजपा सांसद चव्हाण को क्यों रास नहीं आया योगी का नारा बंटेंगे तो कटेंगे

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान, बंटेंगे तो कटेंगे नारे को समझ नहीं पाए अजित पवार

बिरसा मुंडा की जयंती के सहारे आदिवासी वोटर्स की गोलबंदी में जुटी भाजपा?

Petrol Diesel Prices: घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बदलीं, जानें ताजा भाव

श्रीलंका के राष्ट्रपति की npp को मिला संसदीय बहुमत, 225 में से 113 सीटें हासिल कीं

हेमंत सोरेन का दावा, पेपर लीक के पैसों का झारखंड चुनाव में इस्तेमाल कर रही है भाजपा

अगला लेख