बजट को लेकर राहुल का सरकार पर तीखा हमला

Webdunia
सोमवार, 1 फ़रवरी 2021 (15:44 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद आरोप लगाया कि सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपने की है।उन्होंने ट्वीट किया कि सरकार लोगों के हाथों में पैसे देने के बारे में भूल गई। मोदी सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपने की है।
 
कांग्रेस नेता ने बजट पेश किए जाने से पहले कहा था कि बजट में छोटे एवं मझौले कारोबारियों की मदद करने के साथ स्वास्थ्य और रक्षा खर्च में बढ़ोतरी किए जाने की जरूरत है। बजट-2021 में एमएसएमई, किसानों और कामगारों की मदद की जानी चाहिए ताकि रोजगार का सृजन हो सके। कांग्रेस नेता ने कहा कि लोगों के जीवन बचाने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र पर खर्च बढ़ाया जाए। सीमाओं की सुरक्षा के लिए रक्षा खर्च में बढ़ोतरी हो।
ALSO READ: बजट 2021-22: कहां से आया पैसा, कहां गया...
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को बजट पेश किया। इसमें सरकार ने देश में बुनियादी अवसंरचना के सृजन के जरिए आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में पूंजीगत व्यय को 34.5 प्रतिशत बढ़ाकर 5.5 लाख करोड़ रुपए करने का प्रस्ताव किया है। 
 
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से वित्त वर्ष 2021-22 में 1.75 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही कोरोना के टीकाकरण अभियान के लिए 35,000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ट्रंप-पुतिन की मुलाकात से भारत को कितना फायदा और कितना नुकसान

कितनी खतरनाक है पाकिस्तान की खूनी टुकड़ी BAT

भारत की पाकिस्तान को खुली चेतावनी, सुधर जाओ नहीं तो भुगतोगे

बिहार में SIR विवाद के बीच SC का निर्देश, वोटर लिस्ट से हटाए गए 65 लाख लोगों के नाम सार्वजनिक करे चुनाव आयोग

सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह के KBC 17 में जाने पर हुआ विवाद, पूर्व विंग कमांडर से लेकर विपक्ष तक ने उठाए सवाल

सभी देखें

नवीनतम

राष्ट्रपति ने की वीरता पुरस्‍कारों की घोषणा

किश्‍तवाड़ में बादल फटने से मरने वालों की संख्‍या 55, 150 घायल, 200 से ज्‍यादा अभी भी लापता

ग़ाज़ा : पत्रकारों की हत्या 'अस्वीकार्य', यूनेस्को ने की कड़ी निंदा

ग़ाज़ा में कुपोषण से हुई मौतें 'बच्चों के विरुद्ध युद्ध' के नवीनतम मामले

ट्रंप-पुतिन की मुलाकात से भारत को कितना फायदा और कितना नुकसान

अगला लेख