आर्थिक समीक्षा में EV पर कर छूट और नवीकरणीय ऊर्जा पर सब्सिडी देने का सुझाव

समीक्षा के अनुसार इलेक्ट्रिक वाहनों (electric vehicles) के लिए कर छूट और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग पर सब्सिडी जैसे वित्तीय प्रोत्साहन व्यक्तियों और संगठनों को हरित गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रेरित कर

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 31 जनवरी 2025 (16:34 IST)
Economic Review: इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) पर कर छूट और नवीकरणीय ऊर्जा पर सब्सिडी (subsidies) लोगों को कम कार्बन उत्सर्जन वाली जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित कर सकती है। संसद में शुक्रवार को पेश 2024-25 की आर्थिक समीक्षा में यह कहा गया है। समीक्षा के अनुसार इलेक्ट्रिक वाहनों (electric vehicles) के लिए कर छूट और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग पर सब्सिडी जैसे वित्तीय प्रोत्साहन व्यक्तियों और संगठनों को हरित गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।ALSO READ: पीएम मोदी ने दिया बजट में गरीब, मध्यम वर्ग और महिलाओं के लिए नई पहलों की घोषणा का संकेत
 
इसमें कहा गया है कि कम कार्बन वाली जीवनशैली को बढ़ावा देने के कई प्रभावी उपाय हैं। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की उत्सर्जन अंतर रिपोर्ट-2020 में सार्थक जीवनशैली में बदलाव को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख रणनीतियों की रूपरेखा के साथ सतत विकास को आगे बढ़ाने के लिए कदम सुझाए गए हैं। समीक्षा के अनुसार इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कर छूट और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग पर सब्सिडी जैसे वित्तीय प्रोत्साहन व्यक्तियों और संगठनों को हरित गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।ALSO READ: क्या होगा अगर बजट हो जाए लीक? जानिए इतिहास में कब हुआ है ऐसा और क्या हुए हैं परिणाम
 
पर्यावरण अनुकूल उपायों को बढ़ावा देने के कई कदम उठाए : सरकार ने पर्यावरण अनुकूल उपायों को बढ़ावा देने और आर्थिक व्यवहार को प्रभावित करने को लेकर कई कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) और पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना जैसी पहलें सौर ऊर्जा अपनाने को प्रोत्साहित करती हैं। इसमें सुझाव दिया गया है कि लोगों को उनके कदमों के पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में शिक्षित करना आवश्यक है।ALSO READ: आखिर लाल रंग के कपड़े या सूटकेस में क्यों पेश किया जाता है देश का बजट?
 
समीक्षा में कहा गया कि सोशल मीडिया और स्थानीय पहल के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी को जोड़कर हम पर्यावरण अनुकूल उपायों को बढ़ावा दे सकते हैं और एक ऐसी संस्कृति स्थापित करने में मदद कर सकते हैं, जहां कम कार्बन वाली जीवनशैली एक चलन हो। साइकल या स्थानीय खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देना जैसा कदम समय के साथ व्यवहार में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

फाइटर जेट्स की डिलीवरी में देरी पर एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह क्यों हुए चिंतित, किस बात को लेकर जताई निराशा

LLB की पढ़ाई करना चाहती है कातिल मुस्कान, वकील बनकर लड़ेगी खुद का मुकदमा, जेल प्रशासन को लिखा पत्र

POK कब बनेगा भारत का हिस्सा, जानिए सटीक भविष्यवाणी

ड्रोन, स्‍नीफर डॉग फिर भी नहीं ढूंढ पा रही मेघालय पुलिस, रहस्‍यमयी तरीके से कहां गायब हुआ इंदौरी कपल?

किसने डिजाइन किया है 'ऑपरेशन सिंदूर' का logo? सेना ने बताए किसके नाम और क्या है लोगो का संदेश

सभी देखें

नवीनतम

अहिल्याबाई होलकर की जयंती पर मध्यप्रदेश में लिखा जाएगा विकास और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का नया अध्याय

पंजाब में पटाखा फैक्टरी में धमाका, 5 की मौत

रिहाड़ी के लोगों के साथ क्रूर मजाक, पाकिस्तीन हमले का शिकार बने घर को मात्र 6500 का मुआवजा

जम्मू कश्मीर पुलिस की आतंकवादरोधी शाखा ने कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी की

एशियाई बाजारों के सुस्त रुख से Share bazaar में आई गिरावट, Sensex 219 और Nifty 54 अंक फिसला

अगला लेख