चुनावी प्रशिक्षण में अनुपस्थित 22 कर्मियों के विरुद्ध एफआईआर के आदेश

संदीप श्रीवास्तव
सुल्तानपुर। विधानसभा चुनाव को सुव्यवस्थित व सुगम बनाने व चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न करने में लगाए गए कर्मियों से किसी प्रकार की त्रुटि न हो इसके लिए बार-बार आयोग द्वारा प्रशिक्षण कराया जा रहा है जिससे कि मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े और इसी के चलते चुनाव कार्य में लगे सभी कर्मियों को बार-बार निर्देशित भी किया जा रहा है कि वे किसी प्रकार की लापरवाही न करें और न ही अवकाश लें।
इसी को लेकर सुल्तानपुर जिले में मतदानकर्मियों को ईएमवी मशीन पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में 22 मतदानकर्मी अनुपस्थित पाए गए जिनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का निर्देश जारी किया गया। जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी राजलिंगम ने पहले भी निर्देश दिए थे, फिर दोबारा भी निर्देश दिए कि चुनावी सभी प्रशिक्षण कार्यकम जिनकी ड्यूटी लगाई गई है, वे किसी प्रकार से लापरवाही न करें और न ही अनुपस्थित हों नहीं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
 
सादगी के साथ नामांकन : जिले में जहां अन्य सभी दलों के प्रत्याशियों ने अभी तक अपने नामांकन में मतदाताओं को लंबे-लंबे वाहनों के काफिले व अपनी शक्ति का भरपूर प्रदर्शन दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और जिससे पूरे जिले में जाम की समस्या दिनभर बनी रही वहीं यातायात व्यवस्थित करने में भी यातायात पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। 
 
किंतु जिले की सुल्तानपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी व सुल्तानपुर विधानसभा से विधायक अनूप सांडा ने इन सबसे हटकर बिना जुलूस, बिना लाव-लश्कर और बिना लंबे-लंबे वाहनों के काफिले सादगीभरे अंदाज में 4 सेटों में परचा दाखिल किया, जो कि जिले के चौराहों, चाय व पान की दुकानों पर दिनभर चर्चा का विषय बना रहा।
 
व्यापारियों की मांगें जो पूरी करेगा समर्थन उसी को : विधानसभा चुनाव से पूर्व गत 5 वर्षों तक ये सभी राजनीतिक नेता, विधायक व मंत्रीगणों ने इन मतदाताओं व आम जनमानस व व्यापारियों से तमाम विकास, रोजगार, शिक्षा, व्यवसाय आदि के पता नहीं कितने वादे किए होंगे और न जाने कितनी ही बार ये मतदाता व व्यापारी अपने कार्यों को कराने के लिए इनके दफ्तर व घर के चक्कर लगाए होंगे।
 
आज चुनाव सामने आने पर इन नेताओं, विधायकों व मंत्रियों द्वारा किए गए सभी वादों व अन्य सभी से हिसाब करने का समय आ गया। ये ही हैं इस चुनावी न्यायालय के न्यायाधीश। ये सभी आम मतदाता व व्यापारी इस बार अपना मन बना चुके हैं कि हम उसी को अपना पूरा समर्थन व मतदान करेंगे, जो मतदाता व व्यापारियों का सम्मान व सुरक्षा की गारंटी व व्यापारियों के शोषण को रोकेगा। साथ ही वे अन्य मतदाताओं को भी जागरूक करेंगे मतदान करने के लिए। जो हमारी मांगों का समर्थन करेगा व उसे पूरा करने का वादा करेगा हम उसी को वोट देंगे।
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