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भाजपा किसान मोर्चा लगाएगी 'ग्राम किसान चौपाल', टटोलेगी किसानों का मन...

हमें फॉलो करें भाजपा किसान मोर्चा लगाएगी 'ग्राम किसान चौपाल', टटोलेगी किसानों का मन...

अवनीश कुमार

, मंगलवार, 12 अक्टूबर 2021 (00:50 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर जहां सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं तो वहीं सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव को देखते हुए किसानों की नब्ज टटोलने के लिए गांव-गांव में ग्राम किसान चौपाल का आयोजन करने की तैयारी की है।

बताया जा रहा है कि इसके पीछे की मुख्य वजह पिछले 10 महीने से लगातार चल रहे किसान आंदोलन को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों में सरकार के प्रति पनप रही नाराजगी को खत्म करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ग्राम किसान चौपाल का आयोजन कर किसानों के मन की बात को जानना चाहती है और सरकार के प्रति पनप रही गलत धारणा को चौपाल के माध्यम से समाप्त करने की योजना बनाई है।

भाजपा किसान मोर्चा को दी जिम्मेदारी : पार्टी सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किसानों की नब्ज टटोलने के इरादे से भारतीय जनता पार्टी 15 से 30 अक्टूबर के बीच 56 हजार ग्राम पंचायतों में ग्राम किसान चौपाल का आयोजन करेगी। ग्राम किसान चौपाल लगाने की जिम्मेदारी भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा को सौंपी गई है।

जिसके तहत पार्टी 15 अक्टूबर को सभी संगठनात्मक 98 जिला स्तर पर ग्राम किसान चौपाल का आयोजन करेगी, जबकि 16 अक्टूबर को प्रदेश की 403 विधानसभाओं में ग्राम किसान चौपाल का आयोजन किया जाएगा। 17 अक्टूबर को प्रदेश के 27 हजार शक्ति केन्द्र पर ग्राम किसान चौपाल का आयोजन किया जाएगा। 15 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक प्रदेश की 56 हजार ग्राम पंचायतों में ग्राम किसान चौपाल का आयोजन किया जाएगा।

क्या बोले जानकार : वरिष्ठ पत्रकार अतुल कुमार की मानें तो विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर सभी पार्टियां अपने-अपने हिसाब से चुनाव की तैयारियों को तेजी दे रहे हैं। जिसके चलते बीजेपी ने भी ग्राम पंचायतों में ग्राम किसान चौपाल लगाने का जो फैसला लिया है उसके पीछे की मुख्य वजह मानी जाए तो किसानों में पिछले कुछ महीनों में पनप रहे रोष को देखते हुए लिया गया है।

बीजेपी सीधे तौर पर इस चौपाल के तहत किसानों के मन को टटोलने का काम करेगी और चौपाल के माध्यम से किसानों को अपनी और करने का प्रयास करेगी, लेकिन यह चौपाल कितनी कारगर सिद्ध होती है यह तो आने वाला चुनाव ही बताएगा।

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