लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है सभी पार्टियों ने सत्ता में काबिज होने के लिए कमर कस ली है तो वही प्रदेश की सत्ता पर काबिज बीजेपी अपने जनाधार को बढ़ाने के लिए एक नई योजना बनाई है। इसके चलते दूसरे राज्यों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के मतदाताओं पर नजर बनाए हुए हैं। इसके लिए बीजेपी ने अपनी राज्य इकाई से उन राज्यों में रहने वाले लोगों का डेटा तैयार करने को कहा है।
पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी ने अपनी सभी राज्य इकाइयों को अपने-अपने राज्यों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के लोगों का डेटा तैयार कर उनसे संपर्क करने को कहा है।
उत्तर प्रदेश के लगभग 3 करोड़ से अधिक मतदाता कर्नाटक, दिल्ली,महाराष्ट्र, गुजरात और बंगाल आदि राज्यों में रहते हैं। ऐसे लोगों से संपर्क करके बीजेपी उन्हें अपने पक्ष में वोट करने के लिए प्रेरित करने के काम में करेगी।
इसके लिए सभी राज्यों की इकाई ने आंकड़े जुटाना शुरू कर दिया है और सभी लोगों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। इन इकाइयों का मुख्य कार्य इन मतदाताओं को प्रदेश में किए गए कार्यों को इन तक पहुंचा कर पार्टी के पक्ष में जोड़ना इनका मुख्य कार्य होगा।
क्या बोले जानकार - वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार बताते हैं कि सत्ता में काबिज बीजेपी भली-भांति जानती है कि 2017 में जिन जिन जाति व धर्म के लोगों ने वोट किया था उनमें से कुछ जाति के लोग पार्टी से बेहद नाराज हैं अब ऐसे में यह लोग बीजेपी को वोट न कर किसी अन्य दल को वोट कर देते हैं तो बीजेपी को भारी नुकसान का सामना उठाना पड़ सकता है।
इसी नुकसान को कम करने के लिए बीजेपी ने प्रदेश के बाहर नौकरी कर रहे हैं लोगों को रिझाने के काम शुरू किया है और अगर बीजेपी इस कार्य में कामयाब हो गई तो काफी हद तक होने वाले नुकसान को कम कर सकेगी।
लेकिन अब यह देखना है कि बीजेपी अपने इस कार्य में कितना सफल होती है क्योंकि चुनाव के अब कुछ चंद महीने ही बचे हैं ऐसे में बहुत सारे ऐसे मुद्दे हैं बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इन सवालों का जवाब बीजेपी के पास नहीं है।