बलिया (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) से गठबंधन कर चुकी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि चुनाव बाद सपा की सरकार बनते ही राज्य में सबसे पहले जातिवार जनगणना कराकर आबादी के हिसाब से सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
राजभर ने रविवार को जिले के रसड़ा क्षेत्र में यह बात कही। भागीदारी संकल्प मोर्चा की सरकार बनने पर पांच मुख्यमंत्री व 20 उप मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा करने वाले राजभर से जब पूछा गया कि क्या सपा सरकार बनने पर उनकी घोषणा पर अमल होगा, उन्होंने कहा कि सपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री सिर्फ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ही होंगे।
अपने पुराने बयान से पलटते हुए प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उनका बयान भागीदारी संकल्प मोर्चा की सरकार बनने के लिए था। उनका लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाना व अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना है।
राजभर ने मथुरा में मंदिर बनाने की तैयारी वाले बयान को लेकर चर्चा में आए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को 'भाजपा का तोता' करार दिया और कहा कि मौर्य समाज के लोगों की हत्या पर उप मुख्यमंत्री मौन रहते हैं और पिछड़े समाज के साथ भाजपा किस तरह अन्याय कर रही है, यह मौर्य को नजर नहीं आता।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को मौर्य को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को कुर्सी देकर इस पार्टी ने मौर्य के साथ धोखा किया है। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी से गठबंधन पर पूछे जाने पर राजभर ने कहा, ओवैसी पहले सपा से गठबंधन को लेकर मन बनाएं, ओवैसी 100 सीटें मांगेंगे तो उनसे कैसे गठबंधन होगा।
गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी राजभर द्वारा गठित भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल है। मगर इसी बीच राजभर ने सपा के साथ गठबंधन कर लिया। इसके बाद एआईएमआईएम और सपा के गठबंधन को लेकर स्थिति अब तक साफ नहीं हुई है।(भाषा)