इटावा। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को कहा कि अब उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है। केवल अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव को एक बार फिर से उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने की इच्छा है।
जसवंतनगर विधानसभा सीट के लिए अपने नामांकन के बाद शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि चुनाव के बाद प्रदेश में सपा गठबंधन सरकार बनने पर मुख्यमंत्री का अधिकार होगा तो वे उन्हें अपने मंत्रिमंडल में जगह देंगे कि नहीं अन्यथा अब उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा बची नहीं है।
प्रसपा से जुड़े तमाम नेताओं की नाराजगी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके दल का कोई भी नेता पहले तो नाराज नहीं है अगर कोई नाराज होगा तो उसे वो हर हाल में मना लेंगे। उन्होंने दावा किया कि यूपी में सपा गठबंधन की सरकार हर हाल में बनेगी और उनके भतीजे सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।
शिवपाल ने कहा कि उन्होंने अपने विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के तौर पर नामांकन कर दिया है। प्रदेश की जनता से अपील है कि वह अखिलेश यादव की अगुवाई में बने हुए गठबंधन के पक्ष में मतदान करें।
प्रसपा अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश यादव की अगुवाई में बना हुआ गठबंधन प्रदेश में प्रचंड बहुमत हासिल करके सरकार बनाएगा। गठबंधन 403 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। जब गठबंधन से चुनाव हो रहा है तो सभी सीटें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की ही मानी जाएंगी।
किसान नेता राकेश टिकैत द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की निष्पक्ष कराने की जिम्मेदारी है। बेइमानी किसी भी सूरत में नहीं होनी चाहिए, इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झूठ बोलने वालों की पार्टी है लेकिन सपा ने हमेशा ही संविधान की रक्षा करने का काम किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, हमें तो यह उम्मीद कतई नहीं थी कि साधु के भेष में बैठे लोग भी झूठ बोल सकते हैं। संतों को इस तरह से झूठ बोलने का अधिकार नहीं होता है।
वोटों के ध्रुवीकरण से जुड़े हुए सवाल को लेकर शिवपाल ने कहा, चुनाव आने पर भाजपा को हिंदू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद दिखाई देता है। पांच साल सरकार में रहने के दरम्यान भाजपा के नेताओं ने केवल झूठे वादे ही किए हैं, कोई भी वायदा पूरा नहीं किया है। जनता सबक सिखाएगी और भाजपा को सत्ता से हटाकर गठबंधन की सरकार बनाएगी।
शिवपाल के लिए जसवंत नगर से चार सेट नामांकन पत्र खरीदे थे। वह अपने बेटे आदित्य यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अपने भतीजे अभिषेक यादव, नाती तेज प्रताप सिंह और सदर विधानसभा प्रत्याशी सर्वेश शाक्य, सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव के साथ कलेक्ट्रेट के अंदर नामांकन कक्ष में पहुंचे।(वार्ता)