लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में गुरुवार को 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर शाम 5 बजे तक औसतन 57.79 प्रतिशत वोट पड़े। निर्वाचन आयोग कार्यालय के मुताबिक शाम 5 बजे तक औसतन 57.79 प्रतिशत वोट पड़े। आयोग के अनुसार मतदान कार्य कोविड प्रोटोकॉल के तहत सुबह सात बजे शुरू हुआ।
मुजफ्फरनगर में सबसे ज्यादा वोटिंग : आयोग के मुताबिक शामली में औसतन 61.78 प्रतिशत, मुजफ्फरनगर में 62.14 प्रतिशत, मेरठ में 58.52 प्रतिशत, बागपत में 61.35 प्रतिशत, गाजियाबाद में 54.77 प्रतिशत, हापुड़ में 60.50 प्रतिश, गौतम बुद्ध नगर में 54.77 प्रतिशत, बुलंदशहर में 60.52 प्रतिशत, अलीगढ़ में 57.25 प्रतिशत, मथुरा में 58.51 प्रतिशत और आगरा में 56.61 प्रतिशत औसत मतदान हुआ।
ठंड की वजह से शुरू में मतदान की गति कुछ धीमी रही लेकिन दिन चढ़ने के साथ इसमें काफी तेजी आई। पिछले चुनावों में मतदान का समय शाम 5 बजे तक होता था लेकिन कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण इस बार इसे बढ़ाकर 6 बजे तक कर दिया गया है।
समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से कैराना विधानसभा के कुछ मतदान केंद्रों पर गरीब मतदाताओं को डरा-धमका कर वापस भेजे जाने की शिकायत की है। पार्टी ने निर्वाचन आयोग और शामली के जिलाधिकारी को टैग करते हुए ट्वीट किया कि शामली जिले की कैराना-8 विधानसभा के ग्राम डुंडुखेड़ा के बूथ संख्या 347, 348, 349 और 350 पर गरीब वर्ग के मतदाताओं को डरा-धमका कर लाइनों से हटा वापस भेजा जा रहा है। तत्काल संज्ञान ले कार्रवाई कर सुचारू, भयमुक्त, निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करे चुनाव आयोग।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने इस बारे में बताया कि संबंधित जिलाधिकारी से इस मामले को देख कर समुचित कार्यवाही के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में तकनीकी खराबी की शिकायत की इसके बाद उन मशीनों को बदल दिया गया। उनके अनुसार शुरू में कुछ स्थानों पर वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं जिन्हें कुछ समय बाद दूर कर लिया गया।
पहले चरण में शामली, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा तथा आगरा जिलों में मतदान हो रहा है। पहले चरण का चुनाव जाट बहुल क्षेत्र में हो रहा है। इस चरण में राज्य सरकार के मंत्रियों श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण समेत कुल 623 उम्मीदवारों के सियासी भाग्य का फैसला होगा। इनमें 73 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिये व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। उनके मुताबिक कोविड-19 के मद्देनजर मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैंड सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 2.28 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 1.24 करोड़ पुरूष, 1.04 करोड़ महिला तथा 1448 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।
शुक्ला ने बताया कि पहले चरण के चुनाव के लिए कुल 10853 मतदान केन्द्र और 26027 मतदेय स्थल बनाए गए हैं तथा मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 48 सामान्य प्रेक्षक, आठ पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। उनका कहना था कि इसके अतिरिक्त 2175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2718 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं।
वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहले चरण की 58 में से 53 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को दो-दो सीटें मिली थी। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल का भी एक प्रत्याशी जीता था।