उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में शत-प्रतिशत वोटिंग को लेकर लखनऊ से लेकर स्थानीय प्रशासन तक अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन मेरठ कैंट विधानसभा का एक गांव ऐसा भी है, जहां वोट बहिष्कार किया जा रहा है। मेरठ कैंट विधानसभा क्षेत्र के दायमपुर गांव में ग्रामीणों ने इसलिए वोट डालने से मना कर दिया, क्योंकि विकास के नाम पर उनसे छलावा हुआ है।
दायमपुर गांव का पोलिंग बूथ सूना पड़ा है। यहां सुबह 7 बजे से पोलिंग पार्टियां व एजेंट मतदाताओं के इंतजार में बैठे हुए हैं। गांव के लोगों का कहना है कि इस गांव को हमेशा अनदेखा किया जाता है। यहां पर सड़कों का बुरा हाल है। गांव में विकास कार्य न होने और हाईवे पर कट बंद होने के चलते ग्रामीण परेशान हैं और उन्होंने वोट का बहिष्कार कर दिया है।
गौरतलब है कि ग्रामीणों ने गांव में वोट न डालने के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। जो भी व्यक्ति वोट डालने के लिए घर से निकल रहा है, उसको साथी रोक रहे हैं। इस गांव के पोलिंग बूथ में 3,000 मतदाता हैं। मतदान के अंतिम चरण तक बमुश्किल 50 के आसपास वोट डाले गए हैं, वहीं गांव के लोगों को समझाने और मनाने के लिए अभी तक कोई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी ने भी कोई पहल नही की जिसके चलते ग्रामीणों में प्रशासन और नेताओं के खिलाफ भारी आक्रोश है।
वहीं पोलिंग बूथ के पीठासीन अधिकारी ने जिले के आला अधिकारियों को चुनाव बहिष्कार की सूचना दे दी है। प्रशासन की तरफ से जो लोग वोट न डालने के लिए ग्रामीणों को उकसा रहे थे, उनकी तलाश जारी है। लोकतंत्र के इस पर्व पर एक गांव का वोट न करने के लिए लामबंद होना चिंता का विषय है।