नज़्म---'निसार करूँ'

Webdunia
शायर : मेहबूब राही

Aziz AnsariWD
हसीन फूलों की रानाइयाँ निसार करूँ
सितारे चाँद कभी, कहकशाँ निसार करूँ
बहार पेश करूँ गुलसिताँ निसार करूँ
जहाने-हुस्न की रंगीनियाँ निसार करूँ
ज़मीं निसार करूँ आसमाँ निसार करूँ
तेरे शबाब पे सारा जहाँ निसार करूँ

ये सबज़ाज़ार ये बदमस्त चाँदनी रातें
ये रंग-ओ-नूर ये रानाइयों की बारातें
ये इत्र इत्र हवाएँ ये भीगी बरसातें
शबाब-ओ-हुस्न की सारी हसीन सौग़ातें
निशात-ओ-नूर में डूबा समाँ निसार करूँ
तेरे शबाब पे सारा जहाँ निसार करूँ

ये मेरे ख़्वाब मेरी हसरतें मेरे अरमाँ
ये मेरा हुस्ने-तख़य्युल ये मेरा ज़ोरे-बयाँ
मेरे जहाने-ख़्यालात की मताए गिराँ
ये मेरे गीत मेरी शायरी मेरा दीवाँ
मैं अपने ज़हन की जोलानियाँ निसार करूँ
तेरे शबाब पे सारा जहाँ निसार करूँ

ग़ज़ल है साज़ है या साग़र-ए-शबाब है तू
गुलों की बज़्म में खिलता हुआ गुलाब है तू
मता-ए-हुस्न है तू पैकर-ए-शबाब है तू
किसी अज़ीम म्सव्विर का एक ख़्वाब है तू
तख़ैयुलात की परछाइयाँ निसार करूँ
तेरे शबाब पे सारा जहाँ निसार करूँ

मैं क्या हूँ मेरे अशआर की बिसात है क्या
मेरे ख़ुलूस मेरे प्यार की बिसात है क्या
मेरी वफ़ा मेरे ईसार की बिसात है क्या
मेरी मता-ए-दिले-ज़ार की बिसात है क्या
तेरी हसीन अदाओं पे जाँ निसार करूँ
तेरे शबाब पे सारा जहाँ निसार करूँ

Show comments

नवरात्रि दुर्गा पूजा के फलाहार, जानें 9 दिनों के व्रत की रेसिपी

अप्रैल फूल डे 2025 से जुड़े 20 अनोखे और मजेदार फैक्ट्स जो आपको हैरान कर देंगे

गुड़ी पड़वा विशेष: गुड़ी पर क्यों चढ़ाते हैं गाठी/पतासे का हार, जानिए इसका धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व

Chaitra navratri diet: नवरात्रि में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल? जानें सही डाइट टिप्स

चैत्र नवरात्रि में घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए करिए ये सरल उपाय, मां दुर्गा की बरसेगी कृपा

बैठते या खड़े होते समय चटकती हैं पैरों की हड्डियां? जानिए इसके 5 बड़े कारण

ईद के इस चांद की तरह दमकता रहे आपका हर दिन, रब से बस यही दुआ मांगते हैं ईद के दिन... खास अंदाज में कहें ईद मुबारक

सुबह उठते ही लगती है तेज भूख? जानिए इसके 5 चौंकाने वाले कारण और राहत के उपाय

Gudi padwa Essay: गुड़ी पड़वा पर आदर्श निबंध हिन्दी में

गुड़ी पड़वा पर क्यों खाई जाती है कड़वी नीम और गुड़, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे