X
✕
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
IPL 2025
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
सनातन धर्म
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
ज्योतिष 2025
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
IPL 2025
बॉलीवुड
धर्म-संसार
लाइफ स्टाइल
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
ज्योतिष 2025
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
मैं अक्सर चाँद पर जाता हूँ
Webdunia
अज़ीज़ अंसारी के मुनतख़िब अशआर
Aziz Ansari
WD
मैं अक्सर चाँद पर जाता हूँ शाइर आदमी हूँ
पलट कर फिर यहीं आता हूँ आख़िर आदमी हूँ
शबनम के सामने जो खड़ी हो गई है धूप
लगता है मोतियों की लड़ी हो गई है धूप
तुम हो क्या ये तुम्हें मालूम नहीं है शायद
तुम बदलते हो तो मौसम भी बदल जाते हैं
हमारे क़त्ल को मीठी ज़ुबान है काफ़ी
अजीब शख़्स है ख़ंजर तलाश करता है
जो जैसा है उसको वैसा बोले मेरी ग़ज़ल
आँख पे पट्टी बाँधके सबको तोले मेरी ग़ज़ल
झूट का लेके सहारा जो उभर जाऊँगा
मौत आने से नहीं शर्म से मर जाऊँगा
ऊँची पुख़ता दीवारें हैं क़ैदी कैसे भागेगा
जेलके अन्दर से रस्ता हो, ये भी तो हो सकता है
रात गए जब लफ़्ज़ों की बरसात हुई
एक मुरस्सा नज़्म हमारी ज़ात हुई
फूल जो दिल की रेहगुज़ार में है
जाने किस के वो इंतिज़ार में है
दुनिया भर की रंगीनी
तित्ली के इक पर में है
सर्द हवा में उसके बदन पर आँचल उडते देखा है
पानी वाला बादल जैसे सैर करे कोहसारों की
बू-ए-ख़ुलूस, ख़ू-ए-इताअत, नहीं रही
बच्चों में बात सुन्ने की आदत नहीं रही
यक़ीं ज़रा भी नहीं अपने ज़ोर-ए-बाज़ू पर
हथेलियों में मुक़द्दर तलाश करता है
पेड अपना है तो साया भी हो अपने सेह्न में
इसलिए हमसाए शाख़ें मुख़तसर करने लगे
अब मैं शायद नज़्र-ए-तूफ़ाँ हो गया
लोग साहिल पर नज़र आते नहीं
रहने वाले यहाँ लोग ही लोग हैं
दिल का ख़ाली मकाँ लोग ही लोग हैं
सिर्फ़ ज़र्रा हूँ अगर देखिए मेरी जानिब
सारी दुनिया में मगर रोशनी कर जाऊँगा
उसके करम की बात न पूछो, साथ वो सब के होले है
इक दरवाज़ा बन्द अगर हो, सौ दरवाज़े खोले है
सरों पे माँ की दुआओं का शामियाना है
हमारे पास तो अनमोल ये ख़ज़ाना है
बहुत दिनों से थमा हुआ है बीच समन्दर एक जहाज़
धीरे धीरे डूब रहा हो, ये भी तो हो सकता है
जैसा मौक़ा देखे वैसी होले मेरी ग़ज़ल
वो बातें जो मैं नहीं बोलूँ बोले मेरी ग़ज़ल
तमाम सेह्न-ए-चमन बिजलियों की ज़द में है
मगर हमें तो यहीं आशियाँ बनाना है
हुक्म हुआ है काँच का बरतन सर पर रख कर नांच 'अज़ीज़'
बरतन में तेज़ाब भरा हो, ये भी तो हो सकता है
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
Show comments
सभी देखें
जरुर पढ़ें
इन 6 तरह के लोगों को नहीं खाना चाहिए आम, जानिए चौंकाने वाले कारण
बहुत भाग्यशाली होते हैं इन 5 नामाक्षरों के लोग, खुशियों से भरा रहता है जीवन, चैक करिए क्या आपका नाम है शामिल
करोड़पति होते हैं इन 5 नामाक्षरों के जातक, जिंदगी में बरसता है पैसा
लाइफ, नेचर और हैप्पीनेस पर रस्किन बॉन्ड के 20 मोटिवेशनल कोट्स
ब्लड प्रेशर को नैचुरली कंट्रोल में रखने वाले ये 10 सुपरफूड्स बदल सकते हैं आपका हेल्थ गेम, जानिए कैसे
सभी देखें
नवीनतम
मिलिंद सोमन की मां 85 साल की उम्र में कैसे रखती हैं खुद को इतना फिट, जानिए उनके फिटनेस सीक्रेट
फिर से फैल रहा है कोरोना, रखें ये 6 सावधानियां
ये हेल्दी फैट्स हार्ट को रखते हैं दुरुस्त, कोलेस्ट्रॉल भी रहता है कंट्रोल
विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की थीम और महत्व
05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस, जानें पर्यावरण संरक्षण पर 20 प्रेरणादायक और प्रभावी स्लोगन