गजल संग्रह ‘ख्वाब पत्थर हो गए’ का विमोचन

Webdunia
FILE

शायर मनीष शुक्ला के पहले गजल संग्रह ‘ख्वाब पत्थर हो गए’ का विमोचन उत्तरप्रदेश उर्दू अकादमी के पूर्व अध्यक्ष मशहूर अदीब मलिकजादा मंजूर अहमद ने किया।

लखनऊ स्थित संगीत नाटक अकादमी में पुस्तक के विमोचन अवसर पर अहमद ने कहा कि यह गजल संग्रह जिंदगी के तमाम वास्तविक संदर्भों को रेखांकित करने के साथ-साथ आज के समाज की सच्चाई को उजागर करता है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फज्ल-ए-इमाम रिजवी ने कहा कि इस संग्रह की सभी गजलें परिपक्व और पाठकों पर असर छोड़ने में सक्षम हैं।

जलसे की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर शारिब रुदौलवी ने इस अवसर पर कहा कि ‘ख्वाब पत्थर के हो गए’, की ज्यादातर गजलें नयापन और नए तेवरों से लबरेज हैं। (भाषा)
Show comments

गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन? जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

हल्दी वाला दूध या इसका पानी, क्या पीना है ज्यादा फायदेमंद?

ज़रा में फूल जाती है सांस? डाइट में शामिल ये 5 हेल्दी फूड

गर्मियों में तरबूज या खरबूजा क्या खाना है ज्यादा फायदेमंद?

पीरियड्स से 1 हफ्ते पहले डाइट में शामिल करें ये हेल्दी फूड, मुश्किल दिनों से मिलेगी राहत

Metamorphosis: फ्रांत्स काफ़्का पूरा नाम है, लेकिन मुझे काफ़्का ही पूरा लगता है.

21 मई : राजीव गांधी की पुण्यतिथि, जानें रोचक तथ्य

अपनी मैरिड लाइफ को बेहतर बनाने के लिए रोज करें ये 5 योगासन

क्या है Male Pattern Baldness? कहीं आप तो नहीं हो रहे इसके शिकार

प्राइमरी टीचिंग में करियर बनाएं