✕
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
लोकसभा चुनाव
समाचार
स्पेशल स्टोरीज
रोचक तथ्य
चर्चित लोकसभा क्षेत्र
लोकसभा चुनाव का इतिहास
भारत के प्रधानमंत्री
IPL 2024
IPL टीम प्रीव्यू
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
लोकसभा चुनाव
IPL 2024
बॉलीवुड
धर्म-संसार
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
एहसान बिन दानिश की ग़ज़लें
Webdunia
1.
मैं बेअदब हुआ कि वफ़ा में कमी हुई
होंटों पे क्यों है 'मोहरेख़मोशी' लगी हुई---चुप रहने की मोहर
आँखों की नींद दिल का सुकूँ ख़्वाब हो गया
मैं सोचता हूँ ये भी कोई ज़िन्दगी हुई
मुमकिन हो जिस तरह से भी तूफ़ाँ में लो पनाह
कश्ती कोई मिली भी किनारे लगी हुई
कमबख़्त दिल जला है तो घर भी जला के देख
दुनिया को कुछ पता तो चले रोशनी हुई
एहसास मर न जाए तो इंसान के लिए
काफ़ी है एक राह की ठोकर लगी हुई
जिसका न था ख़्याल वो 'मेहशर बपा हुआ'---क़यामत
जिस बात की 'उमीद' नहीं थी वही हुई----उम्मीद
आँसू बहे तो दिल को मोयस्सर हुआ सुकून
पानी लगा तो 'कश्त-ए-तमन्ना' हरी हुई--इच्छाओं की खेती
आई न उनके सामने होंटों पे दिल की बात
हर चन्द गाह गाह मुलाक़ात भी हुई
वो जब कभी मिले हैं तो ये कहके रह गए
मुद्दत के बाद आपको देखा खुशी हुई
2.
कभी मुझ को साथ ले कर कभी मेरे साथ चल के
वो बदल गए अचानक मेरी ज़िन्दगी बदल के
हुए जिस पे मेहरबाँ तुम कोई खुशनसीब होगा
मेरी हसरतें तो निकलीं मेरे आँसूओं में ढल के
तेरी ज़ुल्फ़-ओ-रुख के क़ुरबाँ 'दिल-ए-ज़ार' ढूँढ़ता है---------परेशान दिल
वही चमपई उजाले वही सुरमई धुंदलके
कोई फूल बन गया है कोई चाँद कोई तारा
जो चिराग़ बुझ गए हैं तेरी अंजुमन में जल के
मेरे दोस्तो खुदारा मेरे साथ तुम भी ढूँढ़ो
वो यहीं कहीं छुपे हैं मेरे ग़म का रुख बदल के
तेरी बेझिझक हँसी से न किसी का दिल हो मैला
ये नगर है आईनों का यहाँ सांस ले संभल के
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
Show comments
सभी देखें
जरुर पढ़ें
इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग
The 90's: मन की बगिया महकाने वाला यादों का सुनहरा सफर
सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल की मलाई, ऐसे करें डाइट में शामिल
गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि
गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के साथ जा रहे हैं घूमने तो इन 6 बातों का रखें ध्यान
सभी देखें
नवीनतम
कार्ल मार्क्स: सर्वहारा वर्ग के मसीहा या 'दीया तले अंधेरा'
राजनीति महज वोटों का जुगाड़ नहीं है
जल्दी निकल जाता है बालों का रंग तो आजमाएं ये 6 बेहतरीन टिप्स
मॉरिशस में भोजपुरी सिनेमा पर व्याख्यान देंगे मनोज भावुक
गर्मी के मौसम में कितनी बार सनस्क्रीन लगाना चाहिए, जानिए सही समय