मुंबई। नौकरियों में नए लोगों या फ्रेशर्स की मांग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान नए लोगों के नौकरियों में भारी गिरावट आई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि जून से भर्ती के लिए नए-नए लोगों के लिए मांग सुधर रही है और यह रुख इस वित्त वर्ष के अंत तक जारी रहने की उम्मीद है।
मुख्य रूप से शिक्षा प्रौद्योगिकी और ई-लर्निंग क्षेत्र में नई प्रतिभाओं की मांग में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल रहा है। इसके बाद स्वास्थ्य सेवा, मानव संसाधन प्रौद्योगिकी और वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भी नए लोगों के लिए रोजगार के अवसर सुधर रहे हैं।
टीमलीज.कॉम और फ्रेशर्सवर्ल्ड.कॉम के उपाध्यक्ष एवं कारोबार प्रमुख कौशिक बनर्जी ने कहा कि 25 मार्च से 30 अप्रैल के दौरान नए लोगों के लिए नियुक्तियां घटकर मात्र 1.5 लाख रह गई थीं, जबकि औसतन यह 5 लाख प्रतिमाह रहती हैं।
बनर्जी ने कहा कि हालांकि, अब परिदृश्य में सुधार है और पोर्टल पर फ्रेशर्स के लिए करीब 3.5 लाख नौकरियां सूचीबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जून के अंत से नियुक्तियों की स्थिति सुधरी है और यह रुख सितंबर-नवंबर की अवधि के दौरान और मजबूत होने के संकेत हैं।
बनर्जी ने कहा कि शिक्षा प्रौद्योगिकी और ई-लर्निंग के साथ स्वास्थ्य सेवा, एचआर प्रौद्योगिकी और वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नए लोगों को नियुक्त किया जा रहा है। इसके अलावा एफएमसीजी, आईटी और आईटीईएस, विनिर्माण, बीएफएसआई, दूरसंचार और सेमीकंडक्टर उद्योग में भी अब भर्तियां शुरू हो गई हैं।
सीआईईएल एचआर सर्विसेज के निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आदित्य मिश्रा ने कहा कि मांग में कमी से ज्यादातर कंपनियां प्रभावित हुई थीं, लेकिन वे अब सुधार की उम्मीद कर रही हैं। जनवरी-मार्च, 2021 के दौरान नियुक्तियों की स्थिति कोविड-19 से पूर्व के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है। (भाषा)