UP : नकली भारतीय करेंसी का कारोबार करने वाले 7 लोग गिरफ्तार

Webdunia
शनिवार, 2 दिसंबर 2023 (10:16 IST)
Fake Indian Currency : उत्तरप्रदेश के नोएडा (Noida) में सोशल मीडिया (social media) के माध्यम से नकली भारतीय करेंसी (fake Indian currency) का कारोबार करने वाले एक गिरोह के 7 लोगों को गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
 
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फैज खान उर्फ नवाब, आदित्य गुप्ता, आयुष गुप्ता, शिबू खान, हरिओम अत्री, मोबिन तथा अरविंद कुमार सिंह उर्फ सिंघानिया के रूप में हुई है। नोएडा थाना सेक्टर-24 के प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि 11 अप्रैल वर्ष 2023 को थाना पुलिस ने इस मामले में खुलासा करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि बाद में 2 व्यक्तियों की और गिरफ्तारी हुई थी।
 
अधिकारी ने बताया कि इनके पास से पुलिस ने 6 लाख 48 हजार की भारतीय नकली मुद्रा बरामद की है। उन्होंने बताया कि ये लोग सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे के संपर्क में आए तथा सोशल मीडिया के माध्यम से नकली नोटों के कारोबार को अंजाम देते थे। पुलिस के मुताबिक इस गिरोह का एक सदस्य गौरव भल्ला अभी फरार है। अधिकारी ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है और उसके घर की कुर्की की प्रक्रिया शुरू की गई है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की खास रणनीति, क्या अंदरूनी कलह से जूझ रही है पार्टी

रियासी आतंकी हमले की जांच में NIA का बड़ा एक्शन, राजौरी में ताबड़तोड़ छापेमारी

Kuno National Park : 3 चीतों की सेप्टिसीमिया से हुई थी मौत, अब बचाव के लिए उठाया गया यह कदम

क्या है समष्‍टि गुब्बी का संस्कृत से कनेक्शन, पीएम मोदी ने क्यों सराहा?

कौन हैं जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जिन्होंने संभाली आर्मी चीफ की कमान?

सभी देखें

नवीनतम

West Bengal में महिला को तालिबानी सजा, अवैध संबंध के आरोप में जोड़े से मारपीट का वीडियो

NEET-UG पेपर लीक के मामले में CBI का एक्शन, गोधरा से स्कूल मालिक गिरफ्तार

Team India को World Cup जीतने पर BCCI देगी 125 करोड़ का इनाम, जय शाह का ऐलान

Weather Update : गुजरात के पलसाना में 10 घंटे में 153 मिमी बारिश, कई इलाकों में जल भरा

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की खास रणनीति, क्या अंदरूनी कलह से जूझ रही है पार्टी

अगला लेख
More