अयोध्या में दीपोत्सव पर अखिलेश का सवाल, दीये और मोमबत्ती पर खर्चा क्यों?
दिवाली से पहले अखिलेश यादव के बयान पर बवाल, इस तरह की दीपावली और क्रिसमस की तुलना
Akhilesh Yadav Diwali 2025 : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दीपावली पर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि सरकार अयोध्या में दीयों पर हर साल बार-बार इतना धन क्यों खर्च कर रही है? यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि दुनिया के तमाम देशों में क्रिसमस पर महीनों रोशनी रहती है, उनसे सीखना चाहिए। अखिलेश के बयान पर बवाल मच गया। भाजपा ने उन्हें हिंदू विरोधी करार दिया।
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लखनऊ में समाजवादी पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक मीडियाकर्मी ने अखिलेश यादव से कहा कि अयोध्या दीपोत्सव में इस बार दीये की जगह मोमबत्ती जलाई जाएगी और उसकी संख्या भी घट गई है, इस पर आप क्या कहना चाहते हैं? इस पर सपा नेता ने कहा कि मैं कोई सुझाव नहीं देना चाहता, लेकिन भगवान राम के नाम पर एक सुझाव जरूर देना चाहता हूं।
किससे दिये खरीदेंगे अखिलेश : इस बीच अखिलेश ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि यूपी के प्रजापति समाज के लिए हम ये संकल्प उठाते हैं कि 2027 की दिवाली पर पीडीए सरकार उनके करोड़ों रूपए के दीए खरीदेगी, जिनसे उनकी इतनी आमदनी हो सके कि उनके घरों में कई महीनों तक दिवाली का प्रकाश बना रहे।
उन्होंने कहा कि आज की भाजपा सरकार दूर के तटीय राज्य के लोगों को ये काम देकर उप्र के प्रजापति समाज का हक़ मार रही है। हम चाहते हैं दीया भी उप्र का हो, बाती भी, तेल भी और रोशनी भी। भाजपा दीपोत्सव के ठेकों में उप्र के लोगों की उपेक्षा करके दीया तले अंधेरा करने का पाप न करे।
क्या बोली भाजपा : भाजपा ने अखिलेश यादव की इस टिप्पणी पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और कहा कि समाजवादी पार्टी का राम मंदिर आंदोलन का विरोध करने और हिंदू विरोधी बातें फैलाने का इतिहास रहा है।
edited by : Nrapendra Gupta