Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

अयोध्या गैंगरेप के आरोपी मोईद खान के शॉपिंग काम्प्लेक्स पर चलेगा बुलडोजर

हमें फॉलो करें अयोध्या गैंगरेप के आरोपी मोईद खान के शॉपिंग काम्प्लेक्स पर चलेगा बुलडोजर

हिमा अग्रवाल

अयोध्या , गुरुवार, 22 अगस्त 2024 (10:49 IST)
Ayodhya gang rape case: गैंगरेप (gang rape) मामले में आरोपी मोईद खान (Moeed Khan) के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर आज बड़ी कार्रवाई हो सकती है। गुरुवार की सुबह ही भदरसा गैंगरेप के आरोपी मोईन खान के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के बाहर बुलडोजर पहुंच चुका है। माना जा रहा है कि अधिकारियों के पहुंचते ही बुलडोजर गरजने लगेगा। इस बिल्डिंग का एक तिहाई हिस्सा सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है। बिल्डिंग के अंदर एक सरकारी बैंक का दफ्तर और दुकानें हैं। बैंक और दुकानों को पहले ही खाली कराया जा चुका है।

 
सुरक्षा के कड़े इंतजाम करते हुए पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। हालांकि आरोपी मोईन की बेकरी को पहले ही ध्वस्त किया जा चुका है। अयोध्या जिले के थाना पूरा कलंदर क्षेत्र स्थित भदरसा में 30 जुलाई 2024 को एक बेकरी मालिक मोईद खान और उसके सहयोगी राजू खान को 12 साल की एक बच्ची को बहला-फुसलाकर व लालच देकर सामूहिक दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार किया गया था।

webdunia
 
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक बेकरी मालिक मोईद और राजू खान ने 2 महीने पहले एक नाबालिग से रेप किया था। पीड़िता ने परिवार से पेट दर्द की शिकायत की। मेडिकल जांच में पीड़िता 2 माह की गर्भवती पाई गई है। बेकरी मालिक मोईद खान समाजवादी पार्टी से ताल्लुक रखता है। घटना की जानकारी मिलते ही अखिलेश यादव ने मोईद खान को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

 
हिन्दू नाबालिग रेप पीड़िता के परिवार को धमकाने और सुलह का भी आरोप लगने के बाद हिन्दू संगठनों ने लामबंद होकर प्रदर्शन करते हुए न्याय की मांग की है। मोईद और राजू खान का डीएनए टेस्ट करवाया जा चुका है। रिपोर्ट का इंतजार है।


वहीं शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई रोकने के लिए मोईद के परिवार ने हाईकोर्ट की शरण ली है जिस पर सुनवाई कल होनी है। जिला प्रशासन भरसक कोशिश कर रहा है कि शापिंग कॉम्प्लेक्स को आज ही ध्वस्त कर दिया जाए। 
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अमित शाह ने क्यों फेंक दिया सुरेश गोपी का कागज, क्या है इसका फिल्मों से कनेक्शन?