मुख्य बिन्दु-
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बागपत पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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तीसरी लहर की तैयारियों का लिया जायजा
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कार्यकर्ताओं से कहा- जागरूक रहें, जागरूक करें
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मीतली में होगा मेडिकल कॉलेज का निर्माण
पश्चिमी उत्तरप्रदेश के खतौली में राष्ट्रीय लोकदल के भाईचारा सम्मेलन के बाद राजनीतिक दलों में खलबली मच गई है। जहां एक तरफ बहन मायावती ब्राह्मण कार्ड खेल रही है, वहीं किसानों को लुभाने के लिए जयंत चौधरी भाईचारा सम्मेलन करके आगामी विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि तैयार अर रहे हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बागपत पहुंचे।
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि वह कोरोना की दूसरी लहर के चलते बागपत नहीं आ पाया था। उन्होंने कहा कि बागपत विकास के मामले में इन्द्रप्रस्थ से बेहतर है। बागपत का नाम तो बहुत पहले से था, लेकिन काम नहीं होता था। 5 हजार साल पहले बागपत की गणना सामान्य गांव हुआ करती था। महाभारतकाल में यह उन गांवों में शामिल था, जो पांडवों ने मांगे थे, लेकिन आज बागपत जिला है।
इंद्रप्रस्थ को लेकर महाभारत का युद्ध हुआ और वर्तमान मे बागपत इंद्रप्रस्थ को मात दे रहा है। कोरोना काल में बागपत प्रशासन ने बहुत अच्छा काम किया है, वही विगत सात वर्षों में सैंट्रल और उत्तर प्रदेश सरकार की जितनी भी विकास की योजनाएं आईं, वह यहां पर अच्छे से क्रियान्वित की गई है।
मुख्यमंत्री ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर जा रही तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और अपने कार्यकर्ताओं से कहां की वह खुद जागरूक रहें जनता को भी जागरूक करें, कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए अभी भी बेहद सतर्कता और सावधानी जरूरी है। केंद्र सरकार सभी को मुफ्त वैक्सीन दे रही है। सभी लोग से अपील है कि वह वैक्सीन जरूर लगवाएं और कोरोना गाइडलाइन का पालन करें।
सीएम ने कहा कि अब सरकारी नौकरियों में बागपत के युवा बड़ी संख्या में भर्ती हो रहे हैं, जबकि पहले सिर्फ सड़क पर दौड़ लगाते नजर आते थे क्योंकि भर्तियां नहीं हो रही थीं। 1.37 लाख पुलिस की भर्ती में बागपत के हर गांव से हुई है। कई सरकारी सेवाओं में यहां के पुरूष और महिलाएं ने सफलता प्राप्त की हैं। जो काम बागपत में 65 से 70 साल में नहीं हुआ वो केंद्र सरकार ने 7 साल और यूपी की सरकार ने चार साल में कर दिखाया।
मुख्यमंत्री योगी ने बागपत पहुंच कर सबसे पहले जिला अस्पताल का निरीक्षण किया और बाद में कलक्ट्रेट सभागार पर जनप्रतिनिधियों और पार्टीपदाधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों से बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की और संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत बनाने का मंत्र दिया। मुख्यमंत्री ने अकेले में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान बागपत सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने मुख्यमंत्री के जनपद की विभिन्न समस्याओं से अवगत भी कराया।
सीएम ने सिसाना गांव और प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण भी किया। गन्ने के मूल्यवृद्धि और बकाया गन्ना भुगतान में बढ़ोतरी किए जाने, बकाया गन्ना भुगतान पर भी मुख्यमंत्री से जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। वहीं, मीतली में मेडिकल कॉलेज का निर्माण दिसंबर माह से शुरू हो जाएगा।
यूपी के सीएम लगभग 4 घंटे बागपत में रहे। बागपत में सीएम का दौरा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि किसान 3 कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। ऐसे में रूठे किसानों को एक बार फिर से अपने साथ जोड़ने के लिए राष्ट्रीय लोकदल ने कवायद शुरू कर दी है।