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CM योगी आदित्यनाथ ने सपा की मेयर से मंच पर नहीं लिया फूल

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हिमा अग्रवाल

मेरठ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरठ को सौगात दी है। उन्होंने नगर निगम की 82 कूड़ा गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं, चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को स्मार्ट तकनीक से जोड़ने के लिए टेबलेट और मोबाइल बांटे। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को घर का मालिकाना हक देते हुए घरौनी प्रपत्र बांटे। मेरठ कमिश्नरी सभागार में विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि कानून व्यवस्था में किसी प्रकार की ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं होगी। अपराधी हर हाल में जेल के भीतर होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गोकशी की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए।
 
सीएम ने मेयर से नहीं लिया फूल : शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन में उतरा, जहां उन्होंने 76 डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां, 5 रिफ्यूस कॉम्पेक्टर, 1 रोड स्वीपिंग मशीन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां शहर की सफाई व्यवस्था में मील का पत्थर साबित होंगी। इस दौरान मंत्री, सांसद, मेयर, विधायक भी मौजूद रहे। इस दौरान सपा की मेयर ने स्वागत में मंच पर मुख्यमंत्री को गुलाब का फूल भेंट करने चाहा तो सीएम ने मेयर से फूल नहीं लिया
 
चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाषचंद्र बोस प्रेक्षागृह में छात्रों को टैबलेट और मोबाइल वितरण के कुछ ग्रामीण परिवारों को योगी ने (मालिकाना) घरौनी प्रमाण पत्र सौंपा। यूनिवर्सिटी के मंच से सीएम योगी ने युवाओं को रिझाने का हर संभव प्रयास किया। उन्होंने कहा की युवा तकनीक से जुड़ेगा, तभी प्रदेश ऊंचाइयों को छुएगा। हमारी सरकार हर तबके को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है।
 
भाषण के प्रारंभ में उन्होंने मेरठ की क्रांतिधरा और औघड़नाथ मंदिर को नमन करते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे भारत के इतिहास की आधारभूमि में संवाद करने का अवसर प्राप्त हुआ। मेरठ की पौराणिक पहचान यहां का औघड़नाथ मंदिर सिर्फ धर्मिक स्थल नही, भारत की स्वाधीनता का एकीकरण स्थल है। धन सिंह कोतवाल, मातादीन वाल्मीकि ने क्रांति की ज्वाला को जलाया।
 
नए भारत की ओर बढ़ रहे हैं : पिछले आठ वर्षों में भारत नए भारत की तरफ बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने योजनाओं में जाति, मज़हब को नहीं देखा बल्कि गांव, युवाओं, महिलाओं को जोड़ा है। आज उसके चमत्कारिक परिणाम सामने आ रहे हैं। सभी को लोक कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा है।

अब सीधा लाभ खाते में डीबीटी के माध्यम से पहुंच जाता है। डिजिटल इंडिया की क्रांति से लाभ मिल रहा है। यह देश की आज़ादी के अमृत महोत्सव का वर्ष है। हर व्यक्ति सौभाग्यशाली है कि हमने आज़ादी के 75 वर्ष पूरे किए। इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना में हमने प्रबंधन किया। हमारी सराहना पूरा विश्व कर रहा है।
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कोरोना में यूरोप, अमेरिका फेल, लेकिन... : उन्होंने कहा कि भारत की आबादी 135 करोड़ है। हमारा टीम वर्क है, लेकिन कोरोना में अमेरिका और यूरोप फेल हो गए। 200 करोड़ वैक्सीन की डोज़ भारत मे लग जाना, राशन की व्यवस्था करना प्रधानमंत्री की कार्यशैली को दिखा रहा है। हमारा भारत देश में आज भी 65-70% ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर निर्भर है।
 
ग्रामीण इलाकों में अधिकतर आवास गांव में कच्ची मिट्टी की जमीन पर बने थे। अगर मकान गिर गया तो दोबारा बनाने में मशक्कत करनी पड़ती थी। अगर मकान गिर गया तो उस पर दंबग कब्जा कर लेते थे। इसलिए पहली बार हमारी सरकार ने ड्रोन तकनीक से सर्वे कराया और फिर नक्शे के अनुसार उसकी मैपिंग कराई गई। मैपिंग के बाद घरौनी तैयार हुई और आज 34 लाख ग्रामीणों को मालिकाना हक मिल गया। 15 अगस्त 2023 तक सभी गांवों के लोगों को मालिकाना हक दिया जाएगा।
पहला खेल विश्वविद्यालय : उन्होंने कहा कि मेरठ सहित पश्चिमी उप्र खेल एवं खिलाड़ियों के लिए उर्वर भूमि है, जिसके चलते प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से मेरठ में महान खिलाडी मेजर ध्यान चन्द के नाम पर राज्य का पहला खेल विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अलावा गांव-गांव में जिम व खेल का मैदान बनाए जाने की आवश्यकता है, जिस पर शासन स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि युवाओं की बड़ी आबादी प्रदेश में है, जिस पर हम सबको गर्व होना चाहिए। युवाओं को नशे के सौदागरो द्वारा बर्बाद नहीं होने देंगे। नशे के किसी भी अवैध कारोबार से जुड़े हुए माफियाओं को चिन्हित कर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी तथा ऐसे नशा माफियाओं की संपत्ति जब्त की जाएगी। 

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