लखनऊ। उत्तरप्रदेश कांग्रेस ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg report) प्रकरण में भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) की प्रमुख माधवी बुच के त्यागपत्र और अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के गठन की मांग को लेकर गुरुवार को यहां प्रदर्शन किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय की अगुवाई में बड़ी संख्या में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजभवन के सामने प्रदर्शन किया और हिंडनबर्ग की हाल की रिपोर्ट पर जेपीसी के गठन और सेबी प्रमुख माधवी बुच के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस के प्रांतीय प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता राजधानी स्थित प्रवर्तन निदेशालय की ओर जा रहे थे, मगर पुलिस ने उन्हें राजभवन के पास रोक लिया। इस पर कार्यकर्ताओं ने राजभवन के सामने प्रदर्शन किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राय ने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से भ्रष्टाचार की पोल पूरी तरह खुल गई है। जिस तरह से घोटाले का खुलासा हुआ है, उसके मद्देनजर सेबी प्रमुख माधवी बुच को त्यागपत्र देना चाहिए या फिर उन्हें बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। राय ने यह भी कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडाणी समूह के 'घोटालों' की कलई खुल गई है, लिहाजा इस अति गम्भीर मामले की जेपीसी से जांच कराया जाना बेहद जरूरी हो गया है।
अमेरिकी संस्था हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल में अपनी एक रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि सेबी की प्रमुख बुच और उनके पति की अडाणी समूह से जुड़ी कथित अनियमितताओं में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट 'विदेशी फंड' में हिस्सेदारी थी। सेबी प्रमुख बुच और उनके पति ने एक संयुक्त बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताया था।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta