धधक रहा सूरज, बरस रही आग, 31 की मौत, कानपुर में टूटा गर्मी का रिकॉर्ड

यूपी में 20 जून के बाद मानसून एंट्री के बाद मिल सकती है राहत

अवनीश कुमार
Scorching heat in Uttar Pradesh: उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में प्रचंड गर्मी से राहत नहीं मिल रही है जिसके चलते आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं प्रदेश का कानपुर (Kanpur) जिला देश में सबसे गर्म रहा है। कानपुर में दिन का तापमान 47.3 डिग्री रह रहा है तो वहीं 38.2 डिग्री सेल्सियस के साथ यहां की रात भी देश में सबसे गर्म रह रही है जिसके चलते अब गर्मी के प्रकोप से लोगों की मौत होना शुरू हो गई है। यूपी में 20 जून के बाद मानसून (monsoon) एंट्री के बाद राहत मिल सकती है।
 
गर्मी से 31 लोगों की मौत : स्वास्थ्य विभाग की मानें तो अलग-अलग क्षेत्रों में गर्मी से 31 लोगों की मौत हुई है। हालांकि पोस्टमार्टम विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 70 से अधिक की मौतें होने की बात सामने आ रही है, वहीं मौसम विभाग ने अभी कानपुर में और गर्मी बढ़ने की चेतावनी जारी की है।

ALSO READ: Weather Update: उत्तर भारत में भीषण गर्मी, दक्षिणी भारत में भारी बारिश से सड़कों पर भरा पानी
 
70 से अधिक हो चुकी हैं मौतें : बताते चलें कि कानपुर, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर देहात सहित सभी अन्य जिलों में सुबह से ही आसमान से आग बरस रही है। सूरज लगातार धधक रहा है। पहले बात सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ने की थी लेकिन अब जान पर बन आई है।
 
देश का सबसे बड़े सूबे उत्तरप्रदेश के कानपुर में तो प्रचंड गर्मी के चलते लोगों की मौत होना शुरू हो गई है जिसके चलते पिछले 1 हफ्ते के अंदर कानपुर में 70 से अधिक लोगों की मौत गर्मी के चलते होने के बाद सामने आई है, वहीं पोस्टमार्टम हाउस में गर्मी से मौत के चलते अज्ञात शवों की संख्या में भी इजाफा हो गया है।

ALSO READ: Weather Update: मानसून ने पकड़ी रफ्तार, अनेक राज्यों में आगे बढ़ा, झारखंड में भीषण गर्मी
19 जून से राहत मिलने की संभावना : वहीं सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विभाग और भारत मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के लिए उत्तरप्रदेश के कानपुर सहित अन्य जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में भीषण गर्मी की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि 19 व 20 जून से इसकी तीव्रता में धीरे-धीरे गिरावट आने की संभावना जताई है।
हीट इंडेक्स रहेंगे 50 के ऊपर : मौसम विभाग के डॉ. सुनील पांडेय के मुताबिक प्रयागराज में अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं लखनऊ का अधिकतम तापमान 46 डिग्री, कानपुर का 45.2 डिग्री तक दर्ज किया गया। अभी 3 दिन कानपुर मंडल में इसी तरह का मौसम बने रहने की पूरी संभावना है। इसके साथ ही दिन में बादलों के आने पर तापमान में गिरावट और रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने के साथ सप्ताहांत उमस बढ़ने से हीट इंडेक्स 50 के ऊपर रहेंगे, जो मानव स्वास्थ के लिए प्रतिकूल प्रभाव डाल सकने वाले बने रहने की भी आशंका है।
 
यूपी में 20 जून के बाद मानसून ले सकता है एंट्री : डॉ. पांडेय की मानें तो सीएसए युनिवर्सिटी मौसम विभाग और भारत मौसम विभाग के अनुसार मानसून को यूपी में समय से आने के आसार बनने लगे हैं। मौसम विभाग की मानें तो बंगाल से अगले 4 से 5 दिनों में मानसून पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार होते हुए 20 जून तक प्रदेश के पूर्वी इलाकों से दाखिल हो सकता है। यूपी में मानसून के दस्तक देते ही वाराणसी, गोरखपुर, देवरिया, गाजीपुर और बलिया में बारिश हो सकती है।
 
25 जून से हो सकती है बारिश : डॉ. पांडेय ने बताया कि इसके बाद पश्चिम यूपी की तरफ मानसून आ सकता है। माना जा रहा है कि 25 से 30 जून के बीच कानपुर मंडल और पश्चिम यूपी में भी बारिश पड़ सकती है। गाजियाबाद-नोएडा में भी 30 जून तक मानसून की बारिश के आसार हैं। फिलहाल यह तय है कि मानसून आने के बाद यूपी के लोगों को भीषण हीट वेव से राहत मिलेगी। पिछले काफी दिनों से जिस तरह से यूपी पर गर्मी ने अपना कहर बरपाया है, उसे देखते हुए मानसून की आहट, कानपुर मंडल सहित यूपी के लोगों को बड़ी राहत देने जा रही है।
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Mahadev क्या है, जिसमें ढेर हुआ पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा

1 घंटे में कैसे मार गिराए आतंकवादी, किसने उठाया ऑपरेशन महादेव पर सवाल

रक्षामंत्री राजनाथ ने संसद में दी जानकारी, पाकिस्तान की गुहार पर रोका गया ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम का बदला, जम्मू कश्मीर के दाचीगाम में 3 आतंकवादी ढेर

अद्भुत संयोग! पीएम मोदी पक्षियों पर बोल रहे थे, तभी मंत्री के कंधे पर आ बैठा पक्षी (वीडियो)

सभी देखें

नवीनतम

राष्ट्रीय कागज़ दिवस विशेष: कागज़- पर्यावरण का मित्र, न कि शत्रु

राहुल गांधी का बड़ा बयान, ट्रेड डील में भी दबाएंगे ट्रंप

इंदौर के नंबर वन तमगे पर बट्टा लगा रहे ई रिक्‍शा, सड़कों का बिगाड़ दिया हुलिया, भोपाल ने लगाई लगाम, हम सो रहे

क्या है अखंड भारत? किन देशों तक था विस्तार?, इतिहास की दृष्टि से समझिए इसके अस्तित्व की पूरी कहानी

मध्यप्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में, 2900 लोगों का रेस्क्यू, 2 जिलों में सेना ने संभाला मोर्चा

अगला लेख