Bagpat Uttar Pradesh News : पानी रे पानी तेरा रंग कैसा, जिसमें मिला दो लगे उस जैसा... यह गाना उस समय फेल हो गया जब पानी की नकली बोतल 'बिलसेरी' के नाम से डीएम बागपत ने पकड़ ली। डीएम और एसएसपी का एक ज्वाइंट कार्यक्रम चल रहा था, जिसके दौरान उनके सामने पानी परोसा गया। डीएम ने अपनी प्यास बुझाने के लिए बोतल उठाई और उसे खोलने लगे तो हैरत में पड़ गए, क्योंकि बिसलेरी कंपनी की बोतल की तरह हूबहू दिखने वाली बोतल नकली नाम 'बिलसरी' नाम से बाजार में बिक रही है।
नकली 'बिलसरी' की खपत धड़ल्ले से गांव-कस्बों या हाईवे पर हो रही है। कम पढ़े-लिखे लोग या हाईवे पर गुजरने वाले यात्री जल्दी में पानी खरीदते और पीकर बोतल फेंककर चले जाते हैं। नकली 'बिसलेरी' की एक लीटर की 12 बोतल 90 रुपए में आती है, जबकि असली ब्रांड की 12 बिसलेरी की बोतल 140 रुपए प्रति दर्जन से थोक में मिलती है और खुले बाजार में 20 रुपए में बिकती है।
लालची कंपनी और मुनाफाखोर दुकानदारों की मदद से नामी ब्रांड जैसी बोतल तैयार करके नाम की स्पेलिंग में थोड़ा अंतर करके दोगुने मुनाफे पर नकली ब्रांड का पानी असली कहकर बेच रहे हैं। मोटे मुनाफे के लालच में दुकानदार मानक से नीचे निर्मित प्लास्टिक की बोतल में गंदा पानी परोसकर लोगों के जीवन से भी खिलवाड़ कर रहा है। उपभोक्ता आसानी से नाम को पढ़ नहीं पाता और बोतल का रंग-रूप देखकर खरीद लेता है।
बागपत डीएम जितेंद्र प्रसाद नकली पानी की बोतल देखकर आगबबूला हो गए और उन्होंने खाद्य विभाग की टीम को निर्देश दिए कि वह दुकानों पर छापेमारी करते हुए फर्जी कंपनी के नाम से बिकने वाले अशुद्ध पानी को बरामद करें। पुलिस और खाद्य विभाग ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर फर्जी 3000 पानी की बोतल बरामद की हैं।
हैरत की बात यह है कि जल ही जीवन है, कहा जाता है, सैकड़ों कार्यक्रमों और उत्सवों में लाखों लीटर पानी अफसरों और लोगों के हाथों से होकर गुजरता है, लेकिन उसे पकड़ कोई नहीं पाया। बागपत डीएम के हाथों में फर्जी कंपनी का पानी आने से हड़कंप मचा हुआ है।
आमतौर पर जेसीबी मशीन किसी बाजार का अतिक्रमण या अपराधियों के घरों पर चलती दिखाई देती है, लेकिन सपने में भी किसी ने नहीं सोचा होगा कि पानी की बोतलों पर बुलडोजन चलेगा। यह फर्जी ब्रांड का पानी बागपत के गौरीपुर जवाहर नगर गांव क्षेत्र से बरामद किया गया है। यहां रहने वाले भीम सिंह के गोदाम पर छपे की कार्रवाई की गई है।
गोदाम मालिक भीम सिंह खाद्य विभाग की टीम को न तो गोदाम का लाइसेंस, पानी का बिल दिखा पाया और न ही यह बता पाया कि यह पानी कहां से लाते हैं। टीम को उन्होंने बताया कि हरियाणा का कोई व्यक्ति पानी की सप्लाई करके जाता है। वह व्यक्ति बागपत, बडौत और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी पानी की सप्लाई करता है।
डीएम ने मुनाफाखोर और नकली सामग्री देने वालों के खिलाफ कमर कस ली है। यदि कोई असली ब्रांड के नाम पर नकली खाद्य सामग्री और पेय पदार्थ जनता को बेचेगा तो उसके खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।