मेरठ में एक थानेदार ऐसे हैं, जो थाने में आने वाले फरियादियों को चंदन का मंगल टीका लगाकर बाकयदा मंत्रोच्चारण करते हैं। यही नहीं थाने से जाते हुए फरियादी को निर्मल गंगाजल की बोतल भेंट स्वरूप दी जाती है। थानेदार साहब का मानना है कि वर्तमान में देश विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है, कोरोना से सड भयभीत है, ऐसे में मन की शांति और और कोरोनावायरस के भय को दूर करने में गंगाजल सैनेटाइज़र का भी काम करेगा।
ये है मेरठ का नौचंदी थाना। जहां होली के पावन पर्व को अनोखा और यादगार बनाने के लिए हर फरियादी को चंदन का टीका लगाने के साथ गंगाजल का वितरण किया जा रहा है। आपको यह सुनकर अचंभा हो रहा होगा कि फरियादी को गंगाजल? क्योंकि यूपी के अधिकांश थानों में फरियादी की सुनवाई आसानी से नहीं होती और शिकायत रहती है कि थानेदार ने बात सुनने से इंकार करते हुए फटकार लगाकर भगा दिया।
मेरठ के एक नायाब थानाध्यक्ष ने एक अनोखी पहल शुरू की है। नौचंदी थाने में जो भी दुखियारा आता है, तो पहले उसका स्वागत अतिथि की तरह होता है, फिर चंदन से टीका और कष्ट निवारक मंत्रों का जाप और फिर जाते जाते एक निशुल्क गंगाजल की बोतल प्रदान की जाती है। नौचंदी थाना प्रभारी प्रेमचंद शर्मा का कहना है कि इससे देश का कल्याण होगा, समाज का कल्याण होगा।
प्रेमचंद का कहना है कि यह गंगाजल ऋषिकेश से मंगाया गया है। फागुन माह में होली पर्व पर कोरोना के चलते रंगों और गले मिलने से सभी दूरी बनाए हुए हैं, ऐसे में सभी को पास लाने और पर्व के उत्साह को बढ़ाने के लिए की पर्याप्त मात्रा में गंगाजल मंगा लिया है। जो भी अपना कष्ट लेकर हमारे थाने पर आएगा उसके मन को मंत्रों से शुद्ध करते हुए गंगाजल दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इसी थाने में फरियादियों को चंदन का टीका लगाने की शुरुआत हुई थी। नौचंदी थाने के इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा अब एक कदम आगे बढ़ते हुए लोगों को गंगाजल भी देने लगे हैं। थानेदार साहब का कहना है कि कुछ लोग समझते हैं कि जैसे होली के त्योहार पर उन्हें शराब पीने का लाइसेंस मिल गया हो और वो समाज की इस सोच में बदलाव चाहते हैं। इसलिए वो लोगों को गंगाजल की बोतल दे रहे हैं ताकि लोगों के अंदर धार्मिकता की भावना बढ़े, मां गंगा से उनका जुड़ाव हो।
थानेदार साहब ने लोग नशे से दूर रहने की अपील भी की है, उनका मानना है कि ऐसा करने से देश और समाज का कल्याण होगा। वो कहते हैं कि हिमालय की पहाड़ियां जहां से गंगा जी निकलती हैं, वह स्थान तमाम औषधियों से से भरपूर है और गंगाजल के प्रयोग से शुद्धि भी आएगी। इंस्पेक्टर साहब का ये मानना है कि गंगाजल सैनिटाइजर का भी काम करता है और वह प्राचीन सैनिटाइजर मंत्र भी सुनाते हुए नज़र आते हैं।
थानेदार साहब कहते हैं कि इस अनूठी पहल की चारों तरफ प्रशंसा हो रही है। इस थाने में आने वाले फरियादी और अन्य पुलिसकर्मी थानेदार की इस पहल का स्वागत करते हुए थक नही रहे हैं। देखने वाली बात अब यह होगी कि इंस्पेक्टर साहब की इस अनोखी पहल का अपराधी पर क्या असर होगा? क्या क्राइम का ग्राफ नीचे आएगा?