क्राइम ब्रांच और स्वाट टीम ने शुक्रवार को बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए कुख्यात बदमाश बलराम ठाकुर को एक मुठभेड़ में मार गिराया। बलराम पर 50,000 रुपए का इनाम घोषित था और वह कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना के गैंग से जुड़ा हुआ था। मुठभेड़ गाजियाबाद के वेव सिटी थाना क्षेत्र में एक अंडरपास के पास हुई। एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह और स्वाट टीम प्रभारी अनिल राजपूत के नेतृत्व में चलाए गए इस ऑपरेशन में पुलिस ने बलराम ठाकुर को घेर लिया। खुद को घिरा देख बलराम ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ गया।
बलराम ठाकुर के 34 मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज है जिनमें हत्या, रंगदारी जैसे संगीन अपराध शामिल है। मुठभेड़ में मारे गए इस अपराधी ने हाल ही में गाजियाबाद में दो बड़ी रंगदारी की घटनाओं को अंजाम दिया था। 2 दिन पहले ही उसने मदन स्वीट्स के मालिक और एक लोहे के कारोबारी से लाखों रुपए की रंगदारी मांगी थी। दोनों व्यापारियों को धमकी भरे कॉल और मैसेज भेजे गए थे, जिससे शहर के व्यापारी वर्ग में दहशत फैल गई थी।
शनिवार देर शाम गाजियाबाद पुलिस को सूचना मिली की बलराम ठाकुर वेव सीटी के पास किसी वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहा है, जिसके चलते पुलिस टीम अलर्ट मोड में आई और वेव सिटी क्षेत्र के अंडरपास पर बदमाश को घेर लिया। पुलिस को देखते ही बलराम ठाकुर भागने लगा और खुद को घिरता हुआ देखकर पुलिस पर फायरिंग कर दी। आत्मरक्षार्थ पुलिस फायरिंग में बलराम को गोली लग गई और वह मौके पर ही ढेर हो गया जबकि तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ के कार्यकाल में यह बड़ा एनकाउंटर हुआ है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।
अधिकारियों का कहना है कि इस एनकाउंटर से गाजियाबाद में दुजाना गैंग की आपराधिक गतिविधियों को बड़ा झटका लगा है। Edited by : Sudhir Sharma