आगरा। आगरा में खनन माफियाओं के दिल से पुलिस का खौफ पूरी तरह निकल चुका है। इसका जीता-जागता प्रमाण टोल प्लाजा के सीसीटीवी में कैद हो गया है। यहां सैंया टोल पर अवैध खनन लदे ट्रैक्टर ने टोल को टक्कर मारते हुए वहां पर लगा बैरियर तोड़ दिया व करीब 13 ट्रैक्टर बेखौफ होकर टोल बैरियर पार करते हुए निकल गए। ये पूरा वाकया वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गया।
इस घटना के बाद से आगरा के पुलिस-प्रशासन महकमे में हड़कंप मच गया। टोल मैनेजर की शिकायत पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए पुलिस जांच में जुट गई है। खनन माफियाओं के निडर होने और पुलिस को चुनौती देने वालीं ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
रविवार सुबह 4.55 बजे का एक वीडियो सोशल मीडिया के व्हाट्सएप पर वायरल हुआ। इस 52 सेकंड के वीडियो में एक के बाद एक कई ट्रैक्टर तेज रफ्तार में टोल प्लाजा का बैरियर तोड़ करके आगे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने डंडों से रोकने की कोशिश की, लेकिन ट्रैक्टर चालकों ने अपनी रफ्तार बढ़ाकर उन्हें भी कुचलने की कोशिश की। इसके चलते कर्मचारी पीछे हट गए और चंबल सैंड से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली निकलते रहे।
ग्वालियर और मुरैना से बड़े पैमाने पर सैंया होकर बालू के अवैध खनन का खेल चल रहा है। पुलिस प्रशासन की ढिलाई के चलते खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
अवैध खनन जारी: आगरा में कुछ दिनों से बिना नंबर प्लेट के डंपर, ट्रक और ट्रैक्टर सड़कों पर अवैध खनन के माल की ढुलाई कर रहे हैं। सरकारी महकमे के लोग इस पर आंख मूंदकर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने उत्तरप्रदेश के अधिकांश जिलों में कानूनराज स्थापित करने के लिए कंट्रोल रूम बना रखा है। लेकिन बिडंबना देखिए कि रविवार को सरकारी महकमों की छुट्टी रहती है इसलिए कंट्रोल रूम भी छुट्टी पर चला जाता है।
कंट्रोल रूम बंद था : मिली जानकारी के मुताबिक आगरा के कलेक्टोरेट में बना कंट्रोल रूम रविवार को बंद था इसलिए टोल की निगरानी नहीं हो पाई। इस मामले में टोल मैनेजर रमेश सोलंकी ने 20 से 25 अज्ञात ट्रैक्टर चालकों के विरुद्ध थाने पर तहरीर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। उच्चाधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर ट्रैक्टर चालकों की धरपकड़ के लिए टीमें लगाई गई हैं और जल्दी ही गिरफ्तार करते हुए रासुका की कार्रवाई की जाएगी।