कानपुर। कानपुर पुलिस ने 3 जून को नई सड़क पर हिंसा करने वाले 40 आरोपियों का पहला पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर को सोशल मीडिया समेत प्रमुख चौराहे और सार्वजनिक स्थलों पर कानपुर पुलिस द्वारा चस्पा किया जा रहा है। सोशल मीडिया और मीडिया में आई फोटो और वीडियो के आधार पर पोस्टर में आरोपियों के फोटो लगाए गए हैं।
स्थानीय इंटलीजेंस आरोपियों तक नही पहुंच पा रही थी, जिसके चलते पहले चरण में 40 आरोपियों के फोटो चस्पा हैं। पोस्टर जारी करने के पीछे पुलिस का उद्देश्य है कि जैसे ही यह पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल तो इन उपद्रवियों पहचान आसानी से हो सकती है। पुलिस ने यह भी कहा है कि इन उपद्रवियों की सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जायेगी।
पोस्टर से 2 पत्थरबाजों की पहचान : पुलिस के पोस्टर चस्पा करते ही दो पत्थरबाजों की पहचान हो गई है। पहचान होते ही कानपुर पुलिस एक्शन मोड में आ गई और उसने कर्नलगंज थाना क्षेत्र के गममु खा से 2 युवकों को उठा लिया। चिपकाए गए पोस्टरों में पत्थर बरसाने वाले युवकों के फोटो 13 और 31 नंबर पर चस्पा थे।
पहले चरण में 40 आरोपियों के फोटो है और सफलता भी मिल रही है, जीसके चलते पुलिस अब अन्य आरोपियों के पोस्टर भी इसी तरह जारी किए जाएंगे। नई सड़क पर लगे सीसीटीवी फुटेज निकाल कर हिंसा करने वालों की भी पहचान की गई और पुलिस उनका नाम-पता व अन्य जानकारी जुटाने के लिए पोस्टर जारी कर रही है।
कानपुर में क्यों हुई हिंसा : कानपुर में पैगंबर साहब पर अभद्र टिप्पणी करने वाली भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को लेकर मुस्लिम समाज में बेहद रोष पनप गया और उसने विगत तीन जून को मुस्लिम समाज ने विरोध में अपनी दुकानें बंद रखी। जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के लोग यतीमखाना स्थित सद्भावना चौकी के निकट जमा हुए और अपनी नाराजगी जताते हुए भाजपा प्रवक्ता पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बातचीत चल ही रही थी उसी बीच भीड़ के कुछ लोग अपने गुस्से पर काबू नही रख सके और पत्थरबाजी करने लगे।
जमकट बवाल कटा : इसी बीच कुछ शरारती तत्वों ने मौका पाकर तेज धमाके का पटाखा (बम) छोड़ दिया, जिससे भगदड़ मच गई। आनन-फानन में पुलिस की गाड़ियां मौके पर पहुंची और स्थिति को नियत्रंण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए हल्का बल भी प्रयोग किया।
नुपुर शर्मा भाजपा से हुई निलंबित : एक राष्ट्रीय टीवी चैनल पर बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने पैगंबर मौहम्मद साहब के खिलाफ टिप्पणी की थी। जिसके चलते अपने पैगम्बर पर अपमानजनक और डरावनी टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय बेहद दुखी है। मुस्लिम संगठनों ने भी नुपूर शर्मा के इस बयान की निंदा की है और उनके खिलाफ एक्शन की मांग की थी।
भाजपा ने नुपुर शर्मा के दिए गए बयान की निंदा करते हुए कहा कि वह सभी धर्मो का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के पूज्यनीय लोगों का अपमान स्वीकार नही करती है। जिसके चलते बीजेपी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने भड़काऊ टिप्पणी के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए नुपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया है। हालांकि नुपुर ने बैंकफुट पर आकर कहा कि मेरा उद्देश्य किसी की भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नही था, यदि किसी की भावनाएं आहत हुई है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।