कानपुर में शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर डिप्टी पड़ाव पेट्रोल पंप को सील कर दिया गया है। कानपुर हिंसा और उपद्रव के मामले में पुलिस ने क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो एक शख्स बोतल में पेट्रोल ले जाता हुआ नजर आ रहा हैं। जांच में यह फुटेज 3 जून की पाई गई है, वहीं पुलिस एक महीने की फुटेज को अपने अंडर में लेते हुए डिप्टी पढ़ाव पेट्रोल पंप के सील कर दिया है।
इसी पेट्रोल पर काम करने वाले एक कर्मचारी के मुताबिक जो युवक में बोतल के अंदर पेट्रोल ले जाते हुए दिखाई दे रहा है और यह 3 जून का ही है। पंप के कर्मचारियों ने पेट्रोल बोतल में देने पर सफाई देते हुए कहा कि मजबूरी बन जाती है, यदि बोतल में पेट्रोल न दें तो लोग लड़ने को तैयार हो जाते हैं। वही कानपुर पुलिस-प्रशासन का मानना है कि बोतल में इसी पंप से पेट्रोल लेकर पेट्रोल बम के रूप में इस्तेमाल हुआ है, जिसके चलते डिप्टी पड़ाव पेट्रोल पंप को आगामी 6 दिनों के लिए सील कर दिया गया है।
कानपुर हिंसा की निष्पक्षता से जांच करने के लिए 4 एसआईटी की गठित हुई है। जिसमें से एक टीम हिंसा वाले दिन हुए पथराव और बमबाजी के साथ सरकारी संपत्ति के नुकसान, दूसरी टीम मुकदमों की विवेचना और सीसीटीवी फोटो के आधार पर दंगाइयों को चिन्हित करेगी, तीसरी टीम उन पेट्रोल पंप की पहचान करेगी, जहां से बलवा करने वालों को बोलत में पेट्रोल मिला जबकि चौथी टीम ऐसे लोगों की शिनाख्त करेगी, जिन्होंने शुक्रवार को हुए बलवे से पहले और बाद में सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किए है।
वहीं पुलिस-प्रशासन घटना वाले क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज, सोशल मीडिया पर सेंड फोटो-वीडियो और मीडिया के कैमरे से मिली फोटो और वीडियो से दंगाइयों की पहचान करके सार्वजनिक स्थलों पर उनके पोस्टर चस्पा करेगी।