कोविड 19 महामारी के मद्देनजर हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व स्थगित

Webdunia
गुरुवार, 26 नवंबर 2020 (14:35 IST)
हरिद्वार। हरिद्वार जिला प्रशासन ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर इस बार 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाला गंगा स्नान पर्व स्थगित कर दिया है। इस पर्व पर हर साल देश के विभिन्न भागों से यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं तथा गंगा नदी में स्नान करते हैं।
ALSO READ: कार्तिक पूर्णिमा 2020 : Kartik Purnima को क्यों कहते हैं त्रिपुरी पूर्णिमा, जानिए महत्व
सुरक्षा और स्वास्थ्य की दृष्टि से जनसमुदाय को एक स्थान पर एकत्रित होने से रोकने के लिए इस बार कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व को स्थगित किया गया है। जिला प्रशासन का मानना है कि वर्तमान में विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के मामलों में हो रही वृद्धि को देखते हुए ऐसा करना जरूरी है।
 
हरिद्वार के जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप हरिद्धार में 30 नवंबर को होने वाला कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध महामारी अधिनियम 1897 व आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कार्रवाई की जाएगी। (भाषा) (फ़ाइल चित्र)
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra : शिंदे ने शंकाओं को किया दूर, देवेंद्र फडणवीस का रिएक्शन आया सामने

संभल हिंसा को लेकर पुराना वीडियो वायरल, गलत दावे के साथ किया जा रहा शेयर

मजाक बनकर रह गई प्रक्रिया, वक्फ बोर्ड संसदीय समिति से बाहर निकले विपक्षी सांसद, 1 घंटे बाद वापस लौटे

PAN 2.0 Project : कैसे बनेगा नया पैन कार्ड, कितनी लगेगी फीस, आखिर सरकार क्यों लाना चाहती है नया प्रोजेक्ट, सारे सवालों के जवाब

CM of Maharashtra : कैसे मान गए शिंदे, इतनी आसानी से क्यों दे दी CM की कुर्सी, क्या है पर्दे के पीछे की कहानी

सभी देखें

नवीनतम

संभल में 100 से ज्यादा उपद्रवियों के पोस्टर जारी, इंटरनेट अभी भी बंद

Chhattisgarh : मुख्यमंत्री साय की अध्यक्षता में हुई बैठक, कैबिनेट ने लिए कई महत्वपूर्ण फैसले

अजमेर शरीफ दरगाह को शिव मंदिर बताने वाली याचिका कोर्ट ने मंजूर की, 20 दिसंबर को अगली सुनवाई

Kuno नेशनल पार्क से आई बुरी खबर, चीता नीरवा के 2 शावकों की मौत

BJP ने मल्लिकार्जुन खरगे से कहा- राहुल गांधी को बदलें EVM को नहीं

अगला लेख