कासगंज। उत्तरप्रदेश में माफिया बेखौफ होकर कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मंगलवार को कासगंज में बिकरू कांड जैसी घटना सामने आई है।
कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 45 किमी दूर गंगा की कटरी में स्थित गांव नगला धीमर में देर रात शराब माफिया के यहां पर कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करने गए दरोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र कुमार को शराब माफिया मोतीराम और उसके अन्य चार-पांच साथियों ने पकड़ लिया। सिपाही और दरोगा को बंधक बनाकर उनके साथ जमकर मारपीट की। आरोपियों ने दरोगा के ऊपर भाले से वार किया।
सिपाही के सिर पर अनगिनत बार भाले से वार किए गए। इसके चलते सिपाही देवेंद्र कुमार की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई है। दरोगा अशोक कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।
अशोक कुमार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। समाचार न्यूज चैनल की खबरों के मुताबिक पुलिस ने एनकाउंटर में एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है।
हालांकि घटना का मुख्य आरोपी मोती धीमर अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है।
आरोपी शराब माफिया मोतीराम की तलाश पुलिस कर रही है। पूरी घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनएसए के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मृतक सिपाही के परिवार को 50 लाख रुपए के साथ सरकारी नौकरी देने के निर्देश दिए हैं।