मेरठ मेडिकल थाने के बाहर लगा एक पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पोस्टर पर लिखा है कि भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना है -थाना प्रभारी संतशरण सिंह...सोशल मीडिया पर यह पोस्टर वाययल होते ही मेरठ से लखनऊ तक हड़कंप मच गया। जहां मेरठ के मेडिकल थाने के बाहर ये पोस्टर चस्पा था, वहीं थाने के अंदर भाजपा कार्यकर्ताओं का जोरदार हंगामा कई घंटे चला। स्थानीय पुलिस की कार्यशैली से नाराज भाजपा कार्यकर्ता थाने में ही धरना देकर बैठ गए और पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे।
मेरठ मेडिकल थाने पर लगे इस पोस्टर पर राजनीतिक रोटियां भी सिकनी शुरू हो गई है, समाजवादी पार्टी के वीटो पॉवर अखिलेश यादव ने भी एक ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि 5-6 सालों में पहली बार ऐसा देखने को मिला है, जहां थाने के अंदर सत्तारूढ़ पार्टी का प्रवेश वर्जित हुआ है। वहीं पुलिस ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच बैठा दी है। पुलिस का कहना है कि कुछ पारिवारिक विवाद था, जिसमें कुछ असामाजिक तत्वों ने थाने में आकर पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की थी।
थाने में हंगामा चल रहा था। उस हंगामे के बीच में लोगों ने एक पोस्टर थाने के बाहर दीवार पर चस्पा कर दिया। पुलिस ने पोस्टर लगाने वालों की पहचान करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह पोस्टर कहां छपा है उस प्रेस की जानकारी जुटाकर कार्रवाई की बात पुलिस कह रही है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा : शुक्रवार को मेरठ में मेडिकल थाना उस समय अखाड़ा बन गया जब एक दुकान का कब्जा दिलाने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। यही नहीं हंगामा करते हुए इन बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर अभद्रता का आरोप भी लगाया है। थाने में हंगामे मूल कारण एक दुकान है।
मेरठ इंचौली थाना क्षेत्र की रहने वाली पूजा का विवाह 4 साल पहले अवधेश से हुआ था। अवधेश की दुकान मेडिकल थाना क्षेत्र में है। विगत 8 महीन पहले अवधेश की मौत बीमारी से हो गई। ससुराल पक्ष की दुकान पर निगाह लग गई। अवधेश की मौत के बाद ससुर श्याम सिंह और देवर अनुज ने पूजा को घर से निकाल दिया और दुकान पर कब्जा कर लिया।
कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प : पीड़िता पक्ष ने दावा किया है कि दुकान के सारे कागजात उनके पास हैं और उसकी असली मालकिन पूजा है। दुकान का कब्जा पूजा को दिलाने के लिए बीजेपी कार्यकर्ता भी पूजा के पक्ष में थाने पहुंच गए। पुलिस ने पूजा के ससुराल पक्ष के लोगों को भी वहां बुला लिया। इसी दौरान पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों पर एक्शन की मांग करते हुए हंगामा कर दिया। हंगामे की सूचना पर डिप्टी एसपी देवेश कुमार थाने पहुंचे और जांच का आश्वासन देते हुए मामला शांत कराया।
फिलहाल थाने के बाहर लगे पोस्टर को हटा दिया गया है और जिन असामाजिक तत्व ने इसको लगाया था उन पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। प्रश्न उठता है कि वीडियो में हंगामा करने वाले खुद को भाजपा के कार्यकर्ता बता रहे हैं, उन्हीं में कुछ शख्स पोस्टर लगाते हैं, पुलिस मौके पर उन्हें पकड़ नही पाती है।