मेरठ। सरकार के 3 अध्यादेश, बेरोजगारी व किसानों की बदहाली व उपेक्षा के चलते आज उत्तरप्रदेश की तहसीलों पर समाजवादी पार्टी ने घेराव और प्रदर्शन कर रखा है। इसी कड़ी में पश्चिमी उत्तरप्रदेश के मेरठ, बागपत, शामली में भी सैंकड़ों सपा कार्यकर्ताओं ने तहसीलों में प्रदर्शन करते हुए बूट पॉलिश की और ठेलों पर पकौड़े तले।
विभिन्न जिलों में तहसील पर आज सैकड़ो समाजवादी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश व केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते ही विरोध दर्ज कराया। इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि जो अध्यादेश सरकार लेकर आ रही है वह किसानों के खिलाफ है। सरकार किसान विरोधी है, युवा विरोधी है। इस सरकार में बड़ी तादाद में युवा बेरोजगार घूम रहे है, नौजवानों को भविष्य की चिंता सता रही है। देश के प्रधानमंत्री लोगों से पकोड़े तलने को कह रहे हैं, इसीलिए हमने भी आज पकौड़े तलकर और बूट पोलिश करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन किया है ताकि सरकार के कानों में जूं रेंग सकें।
समाजवादी पार्टी ने खुद को किसानों का शुभचिंतक बताते हुए कहा कि सरकार गन्ना किसानों का भुगतान समय पर नही कर रही है, जिसके चलते काश्तकार भुखमरी की कगार पर खड़ा है। एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है दूसरी ओर किसानों का शोषण कर रही है।
सपा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरकार किसान, छात्र, युवा विरोधी है, ये अपनी जनता को सुरक्षा भी नही दे पा रही है, भ्रष्टाचार चरम पर है और कानून का चीरहरण हो रहा है। सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। सपा प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि सरकार ने ये अध्यादेश वापिस नही लिया गया तो किसानों का शोषण होगा, किसान अपने ही खेत मे मजदूर होगा। यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नही किया तो ये आंदोलन सड़कों पर होगा, सरकार जिसके लिए अपनी कमर कस लें।