कानपुर। कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर बीते करीब एक वर्ष से एस्केलेटर व पैदल पुल निर्माण का काम चल रहा है। इस दौरान लोहे के एंगल लगाने के लिए खोदाई की जा रहा थी। खुदाई के दौरान मलबा हटाते ही नीचे एक के बाद एक तीन शिवलिंग दिखाई दिए। जिसके बाद खुदाई का काम रुक गया और शिवलिंग मिलने की खबर आग की तरह स्टेशन पर फैल गई और देखते ही देखते लोग इकट्ठा होने लगे। इस बीच कुछ लोगों ने दावा किया कि शिवलिंग से नाग और नागिन का जोड़ा भी लिपटा हुआ था।
इस दौरान मौके पर पहले से मौजूद लोगों ने बताया कि शिवलिंग से नाग और नागिन का जोड़ा भी लिपटा हुआ था। खुदाई के बाद शिवलिंग दिखने वाले पत्थर बाहर आए तो उनसे लिपटे नाग-नागिन को फन ऊंचा करते देखा गया। इसके बाद नाग नागिन फिर वापस मिट्टी के अंदर कहीं चले गए। वो कहां गए इसका पता नहीं चल सका।
वही शिवलिंग मिलने की जानकारी होते ही तत्काल मौके पर रेलवे के अधिकारी भी पहुंच गया। हर प्रथम दृष्टया जांच पड़ताल में रेलवे अधिकारियों को यह जानकारी मिली थी शिवलिंग प्राचीन हैं, जो ब्रिटिशकाल या उससे पहले के प्रतीत हो रहे हैं। यह भी संभव है कि यहां पर कोई शिव मंदिर रहा होगा, जो रेलवे स्टेशन बनाए जाते समय दब गया होगा।
वही पूरे मामले को लेकर कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के उपमुख्य यातयात प्रबंधक आशुतोष सिंह ने बताया कि खुदाई में मिले पत्थर शिवलिंग हैं या नहीं इसकी जांच कराएंगे। इसको लेकर पुरातत्व विभाग को भी पत्र लिखकर जानकारी दी जा रही है। पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ भी कह पाना संभव होगा।
Edited by : Nrapendra Gupta