उप्र के दुग्ध मंत्री जी से आग्रह है कि वो पहले कन्नौज में बने-बनाए काउ मिल्क प्लांट को ही चलाकर दुध-किसानों के लिए कुछ आमदनी की व्यवस्था कर दें फिर कूड़े से सोना बनाने की मशीन की बात करें।
लगता है भाजपा में दूर की फेंकने का कम्पटीशन चल रहा है। शायद मंत्री जी का तात्पर्य ये है… pic.twitter.com/9r6nkEOvSW