कानपुर (यूपी)। कुख्यात अपराधी विकास दुबे के निकट सहयोगी गोपाल सैनी ने बुधवार को कानपुर देहात जिले की विशेष अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। उस पर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित था। सरकारी वकील राजू पोरवाल ने गुरुवार को बताया कि गोपाल सैनी बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी है।
गौरतलब है कि पुलिस दल 2 जुलाई रात को विकास दुबे के घर दबिश देने गया था और उस पर घात लगाकर हमला किया गया था। हमले में 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे। पोरवाल ने बताया कि सैनी ने कानपुर देहात की माटी स्थित विशेष अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।
एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरप्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) और कानपुर पुलिस को सैनी की 3 जुलाई से तलाश थी। पोरवाल ने बताया कि सैनी के वकील ने अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण के लिए अर्जी दी थी। वे हालांकि सैनी की आत्मसमर्पण की अर्जी के बारे में और कोई ब्योरा नहीं दे सके।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ब्रजेश श्रीवास्तव ने पुष्टि की कि बिकरू कांड के मुख्य आरोपी सैनी ने कानपुर देहात की अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने सैनी को पुलिस रिमांड पर दिए जाने का अनुरोध करने के लिए संबंधित अदालत में अर्जी लगाने का फैसला किया है।
श्रीवास्तव ने बताया कि सैनी पर पहले 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दिया गया था। सैनी उन 7 आरोपियों में से एक है जिन्हें या तो गिरफ्तार किया जा चुका है या फिर उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है।
इससे पहले दयाशंकर अग्निहोत्री, श्यामू बाजपेयी, जहन यादव, शशिकांत, मोनू (जेसीबी ड्राइवर) और शिवम दुबे सहित विकास दुबे के कुछ सहयोगियों को या तो यूपी एसटीएफ या फिर कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनके अलावा छोटू शुक्ला, शिव तिवारी, विष्णुपाल यादव, राम सिंह, रामू बाजपेयी, हीरू दुबे और बाल गोविन्द सहित विकास के कई साथी फरार हैं।
विकास दुबे और उसके 5 साथी प्रभात मिश्र, अमर दुबे, बउवा दुबे, प्रेम कुमार पांडेय और अतुल दुबे 3 जुलाई के बाद से अलग-अलग मुठभेडों में मारे गए हैं। (भाषा)