उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की बहू की भाजपा में एंट्री के बाद भगवा पार्टी ने थोड़ी राहत की सांस ली है क्योंकि इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी समेत कई मंत्रियों और विधायकों के सपा में जाने से भगवा पार्टी बैकफुट पर आ गई थी।
अपर्णा के भाजपा में शामिल होने के बाद अब यह चर्चा भी चल पड़ी है आखिर अपर्णा की पारिवारिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या है? क्या उनका यूपी के मुख्यंमत्री योगी आदित्यनाथ से भी कोई संबंध है? या फिर मुलायम के छोटे बेटे प्रतीक यादव से उनकी मुलाकात किस तरह हुई? आइए जानते हैं इन्हीं सवालों के जवाब...
यूं तो अपर्णा यादव के परिवार (ससुराल पक्ष) में राजनीतिज्ञों की लंबी फेहरिस्त है, लेकिन इनमें सबसे पहला नाम उनके ससुर मुलायम सिंह यादव का आता है। इसके बाद अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, रामगोपाल यादव, डिंपल यादव समेत कई हस्तियां हैं, जिन्होंने खुद को राजनीति में स्थापित किया।
अपर्णा भी 2017 में लखनऊ कैंट सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि उस समय उन्हें भाजपा प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी। माना जा रहा है कि अपर्णा एक बार फिर लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ सकती हैं। इस बार वे भाजपा के झंडे तले चुनाव लड़ेंगी।
पारिवारिक पृष्ठभूमि : समाजवादी पार्टी की सरकार में सूचना आयुक्त अरविन्द सिंह बिष्ट की बेटी अपर्णा का जन्म 1 जनवरी, 1990 को हुआ। अपर्णा की मां भी सरकारी अधिकारी रही हैं। अपर्णा की स्कूली पढ़ाई लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट इंटरमीडिएट से हुई है। उन्होंने ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशन एंड पॉलिटिक्स में मास्टर डिग्री ली है। साथ ही भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय में 9 साल तक शास्त्रीय संगीत की औपचारिक शिक्षा ग्रहण की है। घूमने की शौकीन अपर्णा यूरोप के कई देशों की यात्रा कर चुकी हैं।
अपर्णा की प्रतीक से मुलाकात भी लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट में ही पढ़ाई के दौरान हुई। धीरे-धीरे दोनों का प्यार परवान चढ़ा और उनकी उनकी शादी हो गई। प्रतीक यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव के बेटे हैं और उनकी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं हैं। वे एक बिजनेसमैन हैं।
योगी से है खास रिश्ता : अपर्णा भाजपा में आने से पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बड़ी प्रशंसक रही हैं। वे कई मौकों पर उनकी खुलकर प्रशंसा कर चुकी हैं। बताया जाता है कि अपर्णा योगी आदित्यनाथ को अपना भाई मानती हैं। दोनों का ही संबंध उत्तराखंड से है साथ ही दोनों ही बिष्ट राजपूत परिवार से आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अपर्णा को भाजपा में लाने के लिए योगी ने ही मनाया है।