मुजफ्फरपुर। अब्बाजान वाला बयान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गले की हड्डी साबित होता जा रहा है। इस मामले को लेकर व्यवहार न्यायालय में गत दिवस सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद सीजेएम ने परिवाद स्वीकार कर लिया है। मामले की सुनवाई अगली तारीख पर सीजेएम खुद करेंगे तथा परिवादी और गवाहों का बयान भी लिया जाएगा।
मामले के अनुसार एक कार्यक्रम के दौरान उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक धर्मविशेष को लेकर 'अब्बाजान' कहते हुए कटाक्ष किया था। इस बयान से आहत होकर बीते 13 सितंबर को मुजफ्फरपुर कोर्ट में सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने उनके खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर किया था। उन्होंने बताया कि बीते दिनों कोर्ट में अब्बाजान वाली बात को लेकर परिवाद दायर किया था जिसे सीजेएम ने स्वीकार कर लिया है।
हाशमी ने बताया कि परिवाद दायर करने के बाद मुझे फोन पर जान से मारने कि धमकियां भी दी जा रही हैं। इसके संबंध में अहियापुर थाना में आवेदन भी दिया है और न्यायालय में भी हमने सुरक्षा की गुहार लगाई है। ऐसा माना जा रहा कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।